पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। वहीं उन्होंने अपने भाषण में कहा कि भारत में राष्ट्रीयता एक भाषा और एक धर्म की नहीं है। भारत की ताकत उसकी सहिष्णुता में निहित है और देश