चंडीगढ़। समाज एवं राष्ट्र में एकता की भावना खेल द्वारा प्रशस्त होती है। खेल गतिविधियों में प्रतिभागिता से न केवल व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास होता है, बल्कि मनुष्य में अपने विश्वविद्यालय, प्रदेश एवं राष्ट्र के प्रति एकात्मकता सृजित होती है। हरियाणा के राज्यपाल एवं महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो.