भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जाने से पूरा देश दुखी है। देश ने उन्हें नम आंखों से विदाई दी। वाजपेयी के घर से लेकर स्मृति स्थल तक लोगों का ऐसा हुजूम लगा था जैसा शायद ही पहले कभी देखा गया हो। जिसको जैसे मौका मिला उसने
देश के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी अब हम सबको छोड़कर चले गए हैं, जिन लोगों के वो सहारे थे उन्हें छोड़कर चले गए हैं, लेकिन उन लोगों की बुढ़ापे में लाठी 'अटल पेंशन योजना' बनेगी। दरअसल, मोदी सरकार ये चाहती है कि देश के प्रत्येक नागरिक
भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ने 93 साल की उम्र में दिल्ली के AIIMS अस्पताल में अपनी अखिरी सांसें ली। इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को उनके घर पर आज सुबह तक रखा गया। वहीं सुबह पार्थिव शरीर को आम जनता के दर्शन के लिए बीजेपी मुख्यालय में रखा गया