जिस तरह से दिल्ली को एनआरसी और सीसीए के नाम पर हिंसक प्रदर्शन आगजनी लूटपाट और 45 से ऊपर लोगी निर्मम हत्या की गई। जिसमें एक इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारी भी शामिल है. जिसको 400 बार चाकुओं से गोदा गया. बाद में उसकी अन्तड़ी भी निकाल दी गई. वह यह दर्शाने
दिल्ली के विधानसभा चुनाव में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा है। हार भी उस समय हुई जब दो करोड़ वोटरों के लिए देशभर से अपने सभी सांसद और मंत्री सहित कार्यकर्ताओं की पूरी फौज दिल्ली में उतार दी थी. उसके बाद भी भारतीय जनता पार्टी दहाई का आंकड़ा नहीं
पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के नागपुर में आर.एस.एस. मुख्यालय में एक समारोह में जाने के फैसले का रहस्य धीरे-धीरे खुलना शुरू हो गया है।
क्या थी पूर्व राष्ट्रपति की आशा?
मुखर्जी को आशा थी कि पार्टी नेता और नवनिर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी उनके अनुभव के आधार पर नियमित रूप से राजनीतिक मामलों