कानपुर। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी बाजपेई की जीवटता तो सबकी जुबान पर रही है। जिंदगी की हर परिस्थिति का सामना करने का हौसला अटल जी में था। लेकिन, शायद यह कोई नहीं जानता है कि वह डरते भी थे, यह तो उनके करीबियों को भी नहीं पता होगा। अटल
पूर्व प्रधानमंत्री और दिग्गज नेता अटल बिहारी वाजपेयी अपने राजनीतिक जीवन में कुल मिलाकर 47 साल तक संसद के सदस्य रहे। इस दौरान वह 10 बार लोकसभा और दो बार राज्यसभा के लिये चुने गए।
मात्र एक बार वह 1984 में लोकसभा चुनाव हारे थे, जब कांग्रेस के माधवराव सिंधिया ने
पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी बाजेपेयी का देश शाम 5:05 बजे निधन हो गया। जिसेक बाद से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। वहीं इस मौके पर प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी मे कहा कि, 'स्वर और शब्द देने वाले हम सभी के प्रेरणा स्रोत अटल बिहारी वाजपेयी अब नहीं रहे।