दूसरों का दर्द सुनने वाली तहसील आज खुद रो रही है। जिम्मेदारी संभालने वाले अधिकारी स्वयं ही अपने कार्यालय की चारदीवारी में भयभीत नजर आते हैं, जगह जगह से पानी टपक कर कागजातों को ही नुकसान पहुंचाता है। कार्यालय से बचकर अधिकारी इधर-उधर निकलते नजर आते है। सामुदायिक केंद्र के