
मनाली-केलांग नेशनल हाईवे-3 के बीच धुंधी में गुरुवार सुबह हिमस्खलन हुआ है। हिमस्खलन के बाद मनाली-केलांग के बीच आवाजाही फिलहाल बाधित हो गई है। हालांकि, घटना में किसी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ है। पहाड़ों में गर्मी बढ़ते ही अब हिमस्खलन का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन ने पर्यटकों व यात्रियों से अपील की है कि सावधानीपूर्वक यात्रा करें। किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन या जिला आपदा प्रबंधन को संपर्क करें। उधर, माैसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से आज प्रदेश के कई भागों में बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान जताया गया है। कुछ स्थानों पर अंधड़ चलने का भी अलर्ट है। शिमला में भी हल्के बादल छाए हुए हैं। 28 मार्च से 2 अप्रैल तक पूरे प्रदेश में माैसम साफ रहने के आसार हैं।
उधर, मनाली-लेह मार्ग स्थित बारालाचा और रोहतांग दर्रा समेत ऊंची चोटियों पर बुधवार को हल्की बर्फबारी हुई। लाहौल-स्पीति में लोकनिर्माण विभाग के अधीन 43 संपर्क सड़कें अवरुद्ध हैं। स्पीति उपमंडल में 9, उदयपुर उपमंडल में 14 और लाहौल मंडल में 20 सड़कें अवरुद्ध हैं। बाह्य सराज को जोड़ने वाला औट-बंजार-सैंज हाईवे-305 बसों के लिए 43 दिन बाद बहाल हो गया। एनएच प्राधिकरण ने सड़क से बर्फ हटा दी है। बुधवार को बिलासपुर और ऊना में अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।
शिमला में न्यूनतम तापमान 14.6, सुंदरनगर 12.5, भुंतर 9.6, कल्पा 4.0, धर्मशाला 17.3, ऊना 13.7, नाहन 13.9, केलांग 1.5, पालमपुर 14.0, सोलन 11.2, मनाली 9.2, कांगड़ा 17.0, मंडी 13.1, बिलासपुर 13.7, चंबा 13.3, कुफरी 10.7, कुकुमसेरी 2.1, भरमाैर 11.2, सेऊबाग 9.5, बरठीं 12.5, सराहन 8.9 व देहरा गोपीपुर में 17.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।