
दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में छात्र चुनावों का इंतजार कर रहे हैं। इसी बीच छात्र नेताओं ने मंगलवार को कहा कि छात्र संघ चुनाव अप्रैल में हो सकते हैं।
छात्र नेताओं ने कहा कि विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव अप्रैल के अंतिम सप्ताह में हो सकते हैं। डीन ऑफ स्टूडेंट्स (डीओएस) मनुराधा चौधरी ने जेएनयूएसयू महासचिव को एक पत्र लिखा। पत्र में पुष्टि की है कि निवर्तमान छात्र संघ चुनाव समिति के सदस्यों का चयन करने के लिए विश्वविद्यालय आम सभा की बैठक (यूजीबीएम) आयोजित कर सकता है।
बीती 12 मार्च को कहा गया था कि जेएनयू में छह से आठ हफ्तों के अंदर चुनाव हो जाएंगे। जेएनयू प्रशासन ने इस संबंध में एक अधिसूचना जारी की। यह निर्णय तब लिया गया जब जेएनयू छात्रसंघ के नेतृत्व में छात्रों ने डीओएस कार्यालय का घेराव किया। अधिसूचना में स्पष्ट किया गया कि छात्रसंघ चुनाव 2024-25 पीएचडी छात्रों के लिए तीन मार्च से शैक्षणिक सत्र शुरू होने की तिथि से छह से आठ सप्ताह की अवधि के बीच होंगे।
चुनाव के लिए तय कानूनों और दिशा-निर्देशों के अनुसार ही इन्हें आयोजित किया जाएगा। चुनाव में विश्वविद्यालय प्रशासन का हस्तक्षेप नहीं होता है। जेएनयू छात्रसंघ और छात्र मिलकर चुनाव कराते हैं। विश्वविद्यालय के स्कूल और केंद्र के काउंसलर व छात्र संघ पदाधिकारी जीबीएम आयोजित करेंगे। इसके बाद एक समिति का गठन कर एक छात्र को चुनाव अधिकारी बनाया जाएगा। इसके बाद ही चुनाव की तिथि घोषित की जाएगी।
वाम संगठनों की हुई थी जीत
पिछले साल हुए छात्र संघ चुनाव में वाम छात्र संगठनों के गठबंधन की जीत हुई थी। आल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) के धनंजय अध्यक्ष चुने गए थे। स्टूडेंट फेडरेशन आफ इंडिया (एसएफआइ) अविजीत घोष उपाध्यक्ष, बिरसा अंबेडकर फ़ुले स्टूडेंट्स एसोसिएशन (बापसा) की प्रियांशी सचिव और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआइएसएफ) के साजिद संयुक्त सचिव चुने गए थे।