नई दिल्ली। एलन मस्क के ट्विटर खरीदने के बाद वहां बड़ी संख्या में कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है। मस्क के आने से ट्विटर में जो ‘तूफान’ आया, उसकी चपेट में कंपनी के भारतीय कर्मचारी भी आए। अब ऐसा लगता है कि इसकी भरपाई भारतीय माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म, कू करने वाला है।
कू के को-फाउंडर मयंक बिदावतका ने कहा है कि वह उन ट्विटर कर्मचारियों को लेने के लिए तैयार हैं जिन्हें या तो हटा दिया गया है या जिन्होंने मस्क के फरमानों के चलते ट्विटर को गुडबाय कहा है। हाल ही में कई लोगों ने अपने ट्विट में रिपिट राईट लिखा, जो ट्रेंड में भी रहा है। हम कुछ ट्विटर पूर्व कर्मचारियों को काम पर रखेंगे क्योंकि हम विस्तार करते रहेंगे और अपने बड़े अगले दौर की तरफ जाएंगे। उन्होंने पूर्व ट्विटर कर्मचारियों के लिए लिखा कि वो वहां काम करना डिजर्व करते हैं, जहां उनकी प्रतिभा को महत्व दिया जाता है।
कू ने हाल ही में बताया है कि ट्विटर को स्ट्रांग टक्कर देने के लिए वह दूसरे देशों में भी अपने प्लेटफॉर्म को लॉन्च करेगा। इसमें बांग्लादेश, फिलिपींस, मिडिल ईस्ट और अफ्रीका जैसे देशों के नाम शामिल होंगे।
कू एक देसी माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म है और इसे सिर्फ महज 3 साल पहले लॉन्च किया गया था। द्मशश ने हाल ही में जानकारी शेयर की थी कि उनके ऐप को 5 करोड़ डाउनलोड को पार किया जा चुका है। देश में जब कोविड महामारी अपने चरम पर थी, तब कू ने शुरुआत की थी। क्षेत्रीय भाषाओं में अपनी मौजूदगी दर्ज कराकर बहुत जल्द यह प्लेटफॉर्म लोकप्रिय हो गया है और उसके बाद केंद्र सरकार व उसके मंत्रियों ने भी बड़ी संख्या में इस प्लेटफॉर्म को जॉइन किया है।
बात करें ट्विटर की, तो एलन मस्क द्वारा ट्विटर का अधिग्रहण करने के बाद कंपनी में धड़ाधड़ छंटनी की है। टॉप लेवल से लेकर एक आम कर्मचारी पर तक छंटनी की गाज गिरी। भारत में भी बड़े पैमाने पर ट्विटर कर्मचारियों को नौकरी गंवानी पड़ी है। करीब 3700 लोगों को ई-मेल भेजकर यह बताया गया कि उन्हें निकाला गया है। हाल में ट्विटर के स्टाफ को मस्क ने एक मैसेज दिया। उन्होंने वर्कर्स से यह बताने को कहा कि वे कंपनी में अधिक घंटों तक काम करना चाहते हैं या तीन महीने की सेवरेंस पे लेकर इस्तीफा देंगे।