* नरेश तोमर (लखनऊ)* ::- उत्तर प्रदेश में अब तक बहुत कम मानसूनी बारिश के कारण फसलों के प्रभावित
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने बृहस्पतिवार को कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए हर परिस्थिति के लिए तैयार रहना होगा. राज्य सरकार के प्रवक्ता ने यहां बताया कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश में मानसून की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रदेश में दक्षिणी पश्चिमी मॉनसून के प्रभाव से इस वर्ष 13 जुलाई तक मात्र 76.6 मिलीमीटर वर्षा हुई है. जो कि सामान्य वर्षा 199.7 मिलीमीटर से लगभग 62% कम है. इस बीच एकमात्र आगरा जनपद ऐसा रहा जहां सामान्य वर्षा हुई. ललितपुर, फिरोजाबाद, वाराणसी और हापुड़ में सामान्य (80% से 120%) और खीरी, देवरिया, एटा और बिजनौर में सामान्य से कम (60%-80%) वर्षा हुई है। 19 जिले ऐसे हैं यहां अब तक सामान्य से 40% से 60% तक ही वर्षा दर्ज की गई है. किसानों/फसलों की स्थिति को देखते हुए हमें सभी परिस्थितियों के लिए तैयार रहना होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आमतौर पर 15 जून तक बरसात का मौसम प्रारंभ हो जाता रहा है, जो कि 15 सितंबर तक जारी रहता है. खेती-किसानी की समृद्धि के लिए यह प्राकृतिक वर्षा अमृत है. इस बार मॉनसून में देरी है. हालांकि प्राकृतिक वर्षा जल से सिंचाई के साथ-साथ सरकार द्वारा नहरों, नलकूपों के विस्तार से सिंचाई सुविधा को बेहतर बनाया गया है. ताजा स्थिति के अनुसार सभी प्रमुख नदियों, नहरों और जलाशयों में पर्याप्त जलराशि है. यह संतोषप्रद स्थिति है।
*18 जुलाई से बारिश की संभावना*दरअसल, मौसम वैज्ञानिकों के आंकलन के अनुसार आगामी 18 जुलाई से अच्छी बारिश की संभावना है. यद्यपि विलंब से बोआई उपज को प्रभावित करती है. किंतु हमें वैकल्पिक प्रबंध के संबंध में तैयार रहना होगा. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सभी परिस्थितियों के लिए हमारी कार्ययोजना तैयार रहनी चाहिए. कृषि, सिंचाई, राहत, राजस्व आदि सम्बंधित विभाग अलर्ट मोड में रहें. प्रत्येक जनपद में कृषि विज्ञान केंद्रों, कृषि विश्वविद्यालयों, कृषि वैज्ञानिकों के माध्यम से किसानों से सतत संवाद बनाये रखें. उन्हें सही जानकारी उपलब्ध हो।