(दिल्ली) Naresh Tomar———-: तबलीगी जमात का मौलाना साथ तब्लीगी मरकज में शामिल सभी जमातीयो के सभी बैंक खाते की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच कर रही है. आज मौलाना साद को लेकर की गई छापेमारी में मौलाना के बैंक से संबंधित कागजों की भी तलाश भी की गई,जिससे यह जानकारी हो सके की मौलाना आखिर इतने पैसो को कहा कहा भेजता था।
जिस तरह क्राइम ब्रांच छापेमारी कर रही है उससे लगता है कि कुरौना महामारी को फैलाने वाले मौलाना सात कांधलावी की अब खैर नहीं है। मरकज मामले में जांच कराई क्राइम ब्रांच की टीम मौलाना साद के अकाउंट के साथ-साथ उन तमाम छोटे छोटे बैंक अकाउंट को भी खंगाल रही है.जो जमात में शामिल के थे जमात में शामिल होने आए थे. और फिर मारकस से देश के तमाम हिस्सों में चले गए. मौलाना साद के बैंक खातों से अहम् सुराग मिले हैं।
जैसे ही मौलाना साद के खाते में पैसे आते थे उसके 2 दिन बाद ही पैसे दूसरे खाते में ट्रांसफर होते थे। बड़ी रकम को छोटे-छोटे हिस्सों में दूसरे खाते में ट्रांसफर किया जाता था। यह पैसा अरब देश से आता था। यह जांच में सामने आया है साथ ही निजामुद्दीन में शामिल हुए कई जमात के खाते की भी जांच की जा रही है. जमाती खाते में मौलाना दुवारा पैसे ट्रांसफर के साफ संदेश दिखाई दे रहे हैं. अब यह पता लग जाएगा कि अरब कंट्री से आने वाले इतने पैसे तबलीगी जमात के मौलवी 2 दिन के अंदर क्यों दूसरे खातों में छोटे-छोटे पैसे के रूप में ट्रांसफर किया करते थे।
आखिर दूसरे देश से क्यों इतना पैसा मौलाना साद के पास आता था कहा तो यह भी जा रहा है कि मौलाना साद के पास हवाला के जरिए से भी पैसा इकट्ठा होता था.यह पैसे आकर किस गतिविधि में लगाया जाता था। जब आज कांधला स्थित मौलाना साद के फार्म हाउस पर क्राइम ब्रांच ने छापा मारा तो फार्म हाउस के अंदर बहुत सारे मौलाना के अनुयाई मिले। जो अभी भी फार्म हाउस के अंदर रह रहे हैं. भले ही फार्म हाउस के बाहर आपको ताला लटका दिखाई दे, कांधला के स्थानीय लोगों का कहना है कि अंदर कुछ अनुयाई जरूर रहते हैं लेकिन बाहर आने की या कुछ बोलने की इजाजत शायद मौलाना साद या उनके परिवार की और से इन लोगों को नहीं दी है.फार्म हॉउस के अन्दर किया होता हे यह किसी को नहीं पता है हा अंदर जरूर लोग रहते है।