NARESH TOMAR ——–: कोरोना वायरस में तबलीगी जमात द्वारा जिस तरह का व्यवहार पूरे देश भर में स्वास्थ्य कर्मियों के साथ में अश्लील हरकतें छुपी नहीं है. वह कहीं पर अपने मनपसंद भोजन की मांग और एक साथ रहना। ऐसे बहुत से मामले तबलिगही जमात के देशभर से सामने आ रहे हैं. तबलीगी जमात के अब तक 743 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए. दो हजार से ज्यादा जमात के लोगों कोरनटाइन किया जा रहा है. बहुत से जमात के लोग हैं जिनको पुलिस तलाश कर रही है. वह पुलिस के हाथ भी नहीं आ रहे तबलीगी जमात का मौलवी मोहम्मद अभी भी अभी भी पुलिस की पहुंच से बाहर है.
12 लोग अभी तक तबलीगी जमात के वायरस संक्रमण से मौत हो गई है.अब ओवैसी ने एक टीवी इंटरव्यू के दौरान कहा कि जो लोग कोरोना के कारण जान गवा रहे हैं। उन्हें शहीद का दर्जा दिया जाये . ऐसे लोगों को अंतिम संस्कार के लिए कफन की आवश्यकता नहीं है और उन्हें मरने के बाद तत्काल दफन किया जाना चाहिए कोरोना के कारण जान गवाने वाले को ऐसे संबोधन को लेकर बीजेपी ने मामले को तूल दे दिया है.
बीजेपी ने ओवैशी के बयान पर कहा कि क्या यह शहादत की नई परिभाषा है. क्या आप उन लोगों को संक्रमण फैलाने के लिए उकसा रहे हैं. जोकि निजामुद्दीन की तबलिगही जमात में हिस्सा लेकर लौटे हैं. बीजेपी और ओवैसी के बीच जंग उस समय में हुई जब कोरोना मामले में बड़ी संख्या आई और तबलीगी जमात के द्वारा मामले बढ़ने की बात लगातार सामने आ रही है.कोरोनावायरस से मृतक हो गए ओवैसी द्वारा यह कहना कोरोना से मरने वालों का दर्जा शहीद के बराबर मिलना चाहिए। इसमें बीजेपी सहित देश के अलग-अलग हिस्सों से आवाज उठ रही है की ओवैसी संसद होते हुए भी इस तरह सोच क्यों है। तबलगी जमात का आखिर साथ क्यों है।