कोरोना वायरस संक्रमित एक 93 साल का आदमी इलाज के लिए केरला का कुछ दिन इलाज के बाद अब वह कोरोना नेगेटिव पाया गया. वही 88 साल की पत्नी भी कोरोना संक्रमित होने के बाद भी ठीक हो चुकी है. यह ऐसा पहला मामला है जब इतने उम्रदराज लोग को कोरोना संक्रमण से बचा जा सकता है. अब यही सवाल उठ रहा है कि अगर 93 साल का व्यक्ति और 88 साल की महिला ठीक हो सकती है तो भारत में करोना का कैसा प्रभाव रहेगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक कोरोना वायरस संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा उन लोगों को है जो 80 साल या इससे अधिक उम्र के हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक दुनिया के 204 देशों में कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में है 8 लाख लोग संक्रमित हुए हैं. और 42 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. चीन अमेरिका इटली कुछ ऐसे देश है जहां करोना ने अपना पूरा कहर दिखा रखा है. भारत में क्या करोना जैसी महामारी से हम लड़ सकते हैं. या चीन अमेरिका इटली जैसा हाल भारत का भी होगा। अब तक भारत में कोरोना वायरस के 1397 मामले सामने आ चुके हैं अब तक 35 लोगों की मौत सामने आई है. और 123 लोगों का इलाज किया जा चुका है उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी।
WHO ने कहा कि अब तक कोरोना वायरस को रोकने के लिए कोई वैक्सीन तैयार नहीं हुई है कई देश लगातार कोरोना वायरस से बचने के लिए वैक्सीन तैयार कर रहे हैं. फिलहाल जो लोग कोरोना वायरस की वजह से बीमार हैं उनका इलाज लक्षणों के आधार पर किया जा रहा है. लेकिन भारत में बढ़ती हुई गर्मी मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार 14 अप्रैल तक भारत का तापमान 30 और 40 के बीच में होगा ऐसे में कोरोना वायरस भारत में इतना ज्यादा संक्रमण नहीं फैला सकता। जिन देशों में गर्मी थी वहां पर करोना का प्रभाव कम रहा है. इसी वजह से आने वाले दिनों में भारत भी कोरोना की चपेट से बच सकता है. वैज्ञानिक यह कहते हैं कि कोरोना वायरस का संक्रमण ज्यादा गर्मी में नहीं बढ़ता। इसलिए इसलिए भारत में कोरोना अमरीका या इटली जिसे रूप नहीं देखा रहा। डॉ के अनुसकार ऐसा नहीं की आप इसको नजरंअदाज कर दे।