Naresh Tomar: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डा. मोहन भागवत ने कहा कि कोरोना नामक विषाणु को परास्त करने का जो प्रयास देशभर में चल रहा है अनुशासन का पालन करते हुए इस आपत्ति को परास्त करें। उन्होंने कहा कि स्वयंसेवक अपने सामाजिक दायित्व का निर्वाह करते हुए शासन प्रशासन की सारी सूचनाओं का पालन करते हुए राहत कार्य में सहयोग करें।
सरसंघचालक ने कहा कि अपना काम व्यक्ति निर्माण का काम है। संकल्प की शक्ति बड़ी शक्ति होती है। अपने स्वयंसेवकत्व का स्मरण रखते हुए, तत्व का पालन करते हुए और मूल संकल्प को याद रखते कार्य करें। इस आपत्ति में हमें सबका मन बना कर सम्पूर्ण देश को विजय दिलाने का समय है।
डा. मोहन भागवत ने कहा कि आपत्ति के समय स्वयंसेवकों का जो स्वाभाविक दायित्व है उसके अनुसार स्वयंसेवकों ने काम शुरू भी कर दिये हैं हो सकता है हमें सारे देश में कुछ करना पड़े। समाज के सब प्रकार के सहयोग में राहत की आवश्यकता होती है राहत का प्रबंधन करना स्वयंसेवकों ने कर दिया है।
उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंस ठीक रखना यही इस युद्ध में महत्व की बात है। संघ की शिक्षा है सामाजिक अनुशासन का पालन करना। इसलिए राष्ट्रहित का ध्यान रखते हुए अपने कर्तव्यों का पालन करें।