पूर्वांचल के माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या कांड को लेकर सीबीआई ने अपने जांच तेज कर दी है.सीबीआई की टीम आज बागपत स्थित जेल की हाई सिक्योरिटी बैरिक को खुलवा कर तथा जेल में स्थित गटर की भी बारीकी से जांच की है।
मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद इसी गटर से पिस्टल व कारतूस बरामद हुए थे। टीम ने स्टाफ से घटना के दौरान जेल में मौजूद बंदियों और कर्मचारियों की लिस्ट भी हासिल है। पूर्व में और उस समय के तत्कालीन जेलर यू पी सिंह के द्वारा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात सुनील राठी पर हत्या का मुकदमा दर्ज करा था.
मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने हत्या की साजिश में पांच लोगों को नामजद किया था. मुन्ना बजरंगी की हत्या 9 जुलाई 2018 की सुबह 6:15 बजे जेल में गोली मारकर हत्या कर दी थी.
बीते 9 मार्च को सीबीआई टीम ने जेल में पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी. सीबीआई की टीम जांच के लिए 2 दिन से लगातार जेल में पहुंच रही है. टीम ने स्थानीय कोर्ट से कैसे संबंधित कागज लेने की भी अर्जी डाल दिया है। जेल में पहुंचकर सबूत एकत्रित किए जा रहे हैं। कोतवाल स्पेक्टर आर के शर्मा कहना है कि सीबीआई को जो मदद चाहिए सभी दी जा रही हे