कुछ महीने पहले दिल्ली में गुप्तचर विभाग (IB) की टीम नें 26 वर्षीय युवा अधिकारी अंकित शर्मा के नेतृत्व में ISIS का एक मॉड्यूल पकड़ा था जिसमें 8 के करीब मुस्लिम आतंकवादी अरेस्ट हुये थे जो दिल्ली में नाई की दुकान चलाने से लेकर, ढेल लगाकर सब्जी बेचने और ई रिक्सा चलाने के काम में लगे थे।
तभी से अंकित शर्मा देश के दुश्मनों और भारत मे रह रहे उनके गुर्गों की निगाह में था।
26 फरवरी 2020 की तारीख को दिल्ली में आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन के घर में जमा मुस्लमानों की भीड़ नें पहले तो छत से पुलिस के ऊपर पत्थर, कांच की बोतलों में भरे ऐसिड और पैट्रोल बॉम्ब फेंके — जब पुलिसबल बचने के किये इधर उधर हुया तो गली में छुपे कुछ मुसलमान लड़के पास में ही रहने वाले IB अधिकारी अंकित शर्मा को उसके घर से खींच के ले आये और ताहिर हुसैन के घर के अंदर खींच ले गये। अंकित के मां-बाप और परिजन चीखते रह गये क्योंकि दरवाजा बाहर से बंद कर दिया गया था।
केजरीवाल की AAP के पार्षद मोहम्मद ताहिर हुसैन के घर के भीतर पहले तो अंकित शर्मा को बुरी तरह पीटा गया, तेजाब से जलाया गया और फिर उसकी गर्दन को किसी बकरे की तरह हलाल तरीके से रेत दिया गया। तालिबानी सोच और तरीके से ४०० बार चाकू से शरीर पर प्रहार किये गए अंकित शर्मा के शरीर पर।
इसके बाद — उसके शव को पास की सीवर लाईन का मेनहोल ढक्कन खोल के उसमें फेंक दिया गया ताकि शव के सड़ने पर उसकी दुर्गन्ध का पता ना चले।
अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली पुलिस के एक सिपाही को ठुल्ला कहने पर प्रभावित हो कर आम आदमी पार्टी जोइन करने वाले, मुंबई में रहने वाले AAP के सहसंयोजक मयूर पंघाल नें अंकित शर्मा की हत्या पर कहा “गटर में मरे मिले एक ठुल्ले अंकित शर्मा की मौत पर मुझे कोई अफसोस नहीं”।
गौर तलब है कि देश के दुश्मनों नें, Islamic State of Iraq & Syria और पोर्की जासूसी संस्था ISI के गुर्गों नें पहले तो अंकित शर्मा की पहचान की, उसका पता ढूंडा और फिर उसके नज़दीक रहने वाले अपने एजेंट ताहिर हुसैन को उसे खत्म करने की जिम्मेदारी दी। ताहिर हुसैन नें इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाया भी।
मोहम्मद ताहिर हुसैन, अरविंद केजरीवाल के सबसे खास सिपहसालार और दिल्ली विधानसभा के 2020 के चुनावों में सबसे बड़ी जीत दर्ज कराने वाले आम आदमी पार्टी के मुसलमान विधायक अमानुतुल्ला खां का सबसे भरोसेमंद सिपाही भी है।
अमानुतुल्ला खां वही है जिसनें मतदान से ठीक पहले शाहीन बाग में मुसलमानों की भीड़ को कहा था “जल्द ही देश में हर जगह शाहीन बाग बनायेंगे और मुसलमानों के खिलाफ काम करने वालों को सबक सिखायेंगे। अल्लाह उनको सजा देना चाहता है और हम मुसलमान इन काफिरों पर अल्लाह ताला का हुक्म अमल करायेंगे।
पर हाँ — दंगा तो कपिल मिश्रा नें कराया है!!! — दिल्ली पुलिस से शाहीन बाग, जाफराबाद की 70 से ज्यादा दिन से बंद सडकों को 3 दिन में खुलवाने की मांग पूरी ना होने पर खुद ये सडकें खुलवाने की चेतावनी देते भडकाऊ ट्वीट करके।
सदियों एक सभ्यता में साथ रहकर, एक संविधान के आधार पर चलते हुए भी रिलीजन के नाम पर ऐसी बर्बरता क्यों आ जाती है कि न्यूनतम संवेदनशीलता भी क्रूरता की अग्नि में भस्म हो जाती है ? *सुशील कुमार सराओगी,पत्रकार,दिल्ली,९४१४४०२५५८