औरंगाबाद। औरंगाबाद के मराठवाड़ा रीजन के किसानों ने मांग की है कि महाराष्ट्र सरकार को सूखा प्रभावित क्षेत्र घोषित करना चाहिए।
एक किसान ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि हम बारिश की गंभीर कमी के कारण बहुत मुश्किल परिस्थिति में हैं। किसान आत्महत्या कर रहे हैं। डैम्स की बड़ी क्षमता है, लेकिन पिछले तीन सालों से कोई पानी नहीं है। हम सरकार से आग्रह कर रहे हैं कि इसको सूखा प्रभावित क्षेत्र घोषित किया जाए।
इससे पहले, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि राज्य में कुल 200 तालुकों में पानी की कमी जैसी स्थितियों की पहचान की गई है।
फडणवीस ने कहा था कि राज्य मंत्रियों को मौजूदा परिस्थितियों से अवगत कराया गया था और उन्हें इस मुद्दे पर एक रिपोर्ट जमा करने के लिए भी कहा गया था।
मुख्य फोकस राज्य में सूखा प्रभावित तालुकों से निपटने के लिए क्या तरीका अपनाया जाए। सूखा के पीछे मुख्य कारणों में से एक निम्न वर्षा है जो राज्य में औसत से कम 77 प्रतिशत दर्ज की गई है। केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए सूखा मैनुअल को हम फॉलो कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि स्थिति की समीक्षा के लिए जल्द ही एक केंद्रीय टीम इन तालुकों का दौरा करेगी। मैंने मंत्रियों को सूखा प्रभावित तालुकों के दौरे के बाद विस्तृत योजना बनाने का निर्देश दिया है। इससे न केवल स्थिति को समझने में मदद मिलती है, बल्कि काउंटर-चेक की अनुमति मिलती है।