राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि उचित और आवश्यक कानून बनाकर भव्य राम मंदिर निर्माण किया जाना चाहिए। मोहन भागवत नागपुर में संघ के वार्षिक उत्सव विजय दशमी पर स्वयं सेवको को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के ‘स्व’ के गौरव के ही संदर्भ में अपने करोड़ों देशवासियों के साथ श्रीराम जन्मभूमि पर राष्ट्र के प्राणस्वरूप धर्ममर्यादा के विग्रहरूप श्रीरामचन्द्र का भव्य राममंदिर बनाने के प्रयास में संघ सहयोगी है। सब प्रकार के साक्ष्य वहाँ कभी मंदिर था, यह बता रहे हैं, फिर भी मंदिर निर्माण के लिए जन्मभूमि का स्थान उपलब्ध होना बाकी है।
न्यायिक प्रक्रिया में तरह-तरह की नई बातें उपस्थित कर निर्णय न होने देने का स्पष्ट खेल कतिपय शक्तियों द्वारा चल रहा है। समाज के धैर्य की बिना कारण परीक्षा यह किसी के हित में नहीं है। मंदिर का बनना स्वगौरव की दृष्टि से आवश्यक है ही, मंदिर बनने से देश में सद्धभावना, व एकात्मता का वातावरण बनना प्रारम्भ होगा। देशहित की इस बात में कुछ कट्टरपंथी व सांप्रदायिक राजनीति को उभारकर अपना स्वार्थसाधन करने वाली शक्तियाँ बाधाएँ खड़ी कर रही हैं। ऐसे छलकपट के बावजूद शीघ्रतापूर्वक उस भूमि के स्वामित्व के संबंध में निर्णय हो तथा शासन के द्वारा उचित व आवश्यक कानून बनाकर भव्य मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया जाना चाहिये