अगामी लोकसभा चुनाव में महागठबंधन को लेकर मायावती के तल्ख तेवर कम होने का नाम नही ले रहे है। मायावती कांग्रेस पर वार करने से पीछे नही हट रही है। मगंलवार बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने यह साफ तौर पर कबूलनामा किया वो साल 2019 में आम चुनाव में अकेले ही चुनावी रणभूमि में उतरेगी। मायावती ने कहा कि कम ज्यादा सीटों न मिलने की सूरत में पार्टीं कांग्रेस से सीटों की भीख नही मांगेगी।
मायावती के इस बयान के बाद कांग्रेस में खलबली मच गई है। इससे पहले भी मायावती ने साफ तौर पर मना कर दिया था कि वह पांच राज्यों में होनें वाले विधानसभा चुनाव में अकेले ही लड़ेगी। इसी के साथ समाजवादी अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी गठबंधन के साथ चुनाव लड़ने से मना कर दिया था। ये कांग्रेस के लिए आने वाले चुनाव में सत्ता की कुर्सी तक पहुंचने का सपना धरा का धरा रह जाएगा। बताया जा रहा है मायावती का मिलकर चुनाव लड़ने का कारण है सीटों पर मन मुताबिक सहमति का न बनना।
कांग्रेस और बीजेपी पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा, ‘वास्तव में बीजेपी ऐंड कंपनी का घृणा हिंसा का अपराध अब सर चढ़कर बोलने लगा है। इन दोनों पार्टियों (कांग्रेस और बीजेपी) की सरकारों द्वारा फैलाई जा रही घृणा और हिंसा के खिलाफ लड़ते हुए बीएसपी दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों, मुसलमानों, दूसरे अल्पसंख्यकों और अगड़ी जातियों के आत्मसम्मान के साथ कोई समझौता नहीं करेगी।’