नई दिल्ली:
दक्षिण हिंद महासागर में तीन दिन से फंसे भारतीय नौसेना के कमांडर अभिलाष टॉमी को इंटरनेशनल स्तर किये जा रहे स्क्यू ऑपरेशन से बचा लिया गया है। कमांडर अभिलाष वर्ल्ड गोल्डन ग्लोब रेस में भारत की तरफ से प्रतिनिधित्व कर रहे थे। इस रेस को दुनिया की सबसे कठोर रेस मानी जाती है। कमांडर अभिलाष जिस समय ये प्रक्रिया पूरी कर रहे थे उसके कुछ समय पश्चात ही हवां की रफतार करीब 130 किलोमीटर प्रति घंटा थी जिसके चलते समंदर में 10 मीटर उंची लहरे उठ रही थी।
रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि दक्षिण हिंद महासागर को पार करते वक्त अभिलाष का सामना तूफान से हुआ. तूफान की वजह से मध्य धारा में 14 मीटर ऊंची लहरें उठ रही थीं. अभिलाष की पाल नौका को इन लहरों से गहरी क्षति पहुंची और वह खुद भी पीठ में गहरी चोट लगने से घायल हो गए. उन्होंने बताया कि भारतीय नौसेना के पी8आई विमान ने अभिलाष की ‘अत्यंत क्षतिग्रस्त हो चुकी’ नौका को देखा. इस विमान ने रविवार को तड़के मॉरीशस से तड़के उड़ान भरी थी.
फ्रांस का जहाज अभिलाष को ऑस्ट्रेलिया की नौसेना के जहाज एचएमएएस पर छोड़ेगा। इसके बाद उन्हें पर्थ ले जाएंगे। इससे पहले भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस सतपुड़ा को भी अभिलाष को बचाने के लिए रवाना कर दिया गया था।
कमांडर अभिलाष टॉमी ने रविवार को भेजे मैसेज में अपनी हिम्मत बयां की थी। उन्होंने कहा था- “मैं घायल जरूर हूं लेकिन मैंने हिम्मत नहीं हारी है। समुद्र में उठ रहीं 14 से 20 मीटर ऊंची लहरें मेरी हिम्मत को नहीं तोड़ सकतीं।’