भीड़ हिंसा की वजह से गई युवक की जान पर आईजी जयपुर रेंज ने बताया की गायों को गऊशाला भेजा जा चुका है। 2 संदिग्धों को मौके से पुलिस थाने ले आई थी और बाद में उन्हें हत्या में शामिल होने के शक से गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य अपराधियों को खोजने के लिए जांच की जा रही है। मृतक का पोस्टमॉर्टम भी किया जा रहा है।
साथ ही मृतक के पिता का बयान इस पूरे मामले पर आ चुका है, मृतक सुलेमान का कहना है कि हम न्याय चाहते हैं। अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
हाल ही में देश के उच्च कोर्ट यानी सुप्रीम कोर्ट ने भीड़ हिंसा पर सुनवाई करते हुए इसकी कड़ी निंदा की और इसको रोकने के लिए सरकार को कानून बनाने को कहा।
जानें कब किया था सुप्रीम कोर्ट ने यह फैसला
सुप्रीम कोर्ट के ऐसे फैसले के बाद यह उम्मीद की जा रही थी की भीड़ हिंसा पर अब रोक लगेगी और लोगों को ऐसे मामलों से राहत मिलेगी जहां न कोई पुलिस आती है न कोई पुछताछ होती है, ब्लकी भीड़ खुद किसी को भी मुजरिम मानकर सजा दे देती है।
ऐसा ही एक मामला राजस्थान के अलवर से सामने आया है जहां गाय की तस्करी के संदेह पर कल रात रामगढ़ में भीड़ ने अकबर नामक आदमी को पीट-पीटकर मार डाला, और अब पुलिस मामले की जांच कर रही है।