अविश्वास प्रस्ताव से पहले शिवसेना ने मोदी सरकार को एक बड़ा झटका दे दिया है, शिवसेना ने यह फैसला कर लिया है कि अब शिवसेना भाजपा को समर्थन नही देगी।
नरेंद्र मोदी की भाजपा सरकार अपने कार्यकाल के पहले अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने जा रही है। आपको बता दें कि आज लोकसभा में जो अविश्वास प्रस्ताव पेश होने वाला है उससे बेशक विपक्ष के चेहरे पर शिकन नहीं है लेकिन विपक्ष के लोग भी अंदर से उतने ही चिंतित है क्योंकि संख्या बल सरकार के साथ है।
वैसे तो लोकसभा सीटों के मुताबिक बीजेपी के पास बहुमत के लिए जरूरी आंकड़ों से भी पांच सीट ज्यादा हैं, लेकिन विपक्ष ने इस पर अविश्वास जताया है, लिहाजा सरकार को अब यह दिखाना होगा कि मोदी सरकार कितनी मजबूत है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ बीजेपी सांसद अनंत कुमार, विजय गोयल व अन्य नेता भी संसद पहुंच चुके हैं, संसद के प्रवेश द्वार पर बीजेपी के अध्यक्ष शाह ने विक्ट्री का साइन दिखाया। संसद भवन स्थित शिवसेना दफ्तर में शिवसेना की संसदीय बैठक शुरू भी हो गई है।
साथ ही पीएम मोदी ने भी बैठक बुलाई है। बैठक में अमित शाह, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, नितिन गड़करी और अनंत कुमार मौजूद रहेंगे, बताया जा रहा है कि इस बैठक में मोदी सरकार की रणनीति तय की जाएगी।