हरियाणा के लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह ने आज कहा कि संत कबीर ने उस समय सामाजिक बुराइयों के खिलाफ आवाज उठाई जब समाज में अनपढ़ता और अंधविश्वास बहुत ज्यादा था।उन्होंने कहा कि संत कबीर के दोहे आज भी प्रचलित हैं और प्रासंगिक भी हैं।उन्होंने उपस्थित लोगों का आह्वान किया कि वे संत कबीर द्वारा दिखाए रास्ते पर चलें और उनकी शिक्षाओं को जीवन में उतारें।
दरअसल राव नरबीर सिंह आज गुरुग्राम शहर के जैकमपुरा में धानक समाज द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।उन्होंने यहां पर धानक समाज धर्मशाला जैकमपुरा का नीव पत्थर भी रखा।उन्होंने कहा कि वे एक ऐसे परिवार से संबंध रखते हैं जिसने आजादी से पहले सामाजिक समरसता को अपने घर में लागू किया।
उन्होंने बताया कि उस समय समाज में छुआछूत थी और उनके दादा राव मोहर सिंह ने अपने घर में यह सिद्धांत अपनाया कि हुक्के की पहली घूंट सबसे वृद्ध व्यक्ति ही मारेगा चाहे वह किसी भी जाति का हो।
समाज में समरसता का इससे बड़ा उदाहरण और कोई नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार ने समाज के वंचित और शोषित वर्ग को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलवाने के लिए गुरुग्राम जिला में अंत्योदय भवन खोला है,जहां पर एक छत के नीचे सभी सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है।
राव नरबीर सिंह ने कहा कि अंतोदय की सोच प्रदेश में राजनीति में बदलाव का कारण बनी है।उन्होंने वहां कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का आह्वान किया कि वे इस अंत्योदय भवन का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाएं।
[हिन्द न्यूज टीवी के लिए गुरुग्राम से अभिषेक की रिपोर्ट]