
बस्ती के नगर थाना क्षेत्र के बेलाडी गांव के रहने वाले और बाहरी विध्वंस केस के आरोपी रहे रमेश प्रताप सिंह की देर रात ब्रेन हेमरेज होने की वजह से मौत हो गई। इस खबर की जानकारी होते ही बीजेपी के गोरक्ष प्रांत के छेत्रीय मंत्री अजय सिंह गौतम उनके घर पहुंचे और उमको श्रदांजलि अर्पित कि।
गौरतलब हैं कि रमेश प्रताप सिंह बजरंग दल मे काफी अरसे से बड़े पदों पर काबिज रहे हैं और 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या मे बाबरी मस्जिद के विध्वंस केस मे वे लालकृष्ण आडवाडी, मुरली मनोहर जोशी सहित तमाम बडे नेताओ के साथ मुख्य रुप से सह आरोपी भी रहे हैं। कहा जाता है बाबरी मस्जिद को ध्वस्त करने वाले कारसेवको की अगुवाई भी रमेश प्रताप सिंह ने ही की थी, और पुरे आपरेशन के अंजाम देने के लिये रमेश प्रताप उन 32 की टीम मे शामिल थे, जिनकी स्पेशल ट्रेनिंग गुजरात मे हुई थी।
रमेश प्रताप पर तमाम राजनैतिक मुकदमे चल रहे हैं और वे कई बार जेल भी जा चुके हैं, बाबरी विध्वंस के बाद रमेश प्रतान बस्ती अपने आवास आ गये थे और वे खेती किसानी कर अपने परिवार संग जीवन गुजार रहे थे, 72 वर्ष की आयु मे रमेश प्रताप ने कल अंतिम सांसे ली।