
देहरादून:- उत्तराखंड में शुरू होने जा रही चारधाम यात्रा 2025 को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए राज्य सरकार और परिवहन विभाग ने कमर कस ली है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर परिवहन महकमा इस बार दो नए बड़े प्रयोग करने जा रहा है, जिससे यात्रा में शामिल होने वाले वाहन चालकों को राहत मिलेगी।
देहरादून संभाग के आरटीओ प्रशासन संदीप सैनी ने बताया कि इस बार बाहर से आने वाले वाहन चालकों की सेहत और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पांच स्थानों पर उनके लिए आराम करने की सुविधा और मेडिकल परीक्षण की व्यवस्था की जा रही है। मुख्यमंत्री धामी ने हाल ही में हुई यात्रा संबंधी समीक्षा बैठक में विशेष चिंता जताई थी कि कई वाहन चालक लंबी दूरी तय कर थकावट की हालत में पहुंचते हैं, जो दुर्घटना का कारण बन सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए यह नई व्यवस्था लागू की जा रही है।
इसके अलावा इस बार ग्रीन कार्ड बनाने की प्रक्रिया को भी अधिक सुगम और सुविधाजनक बनाया गया है। अब केवल दफ्तरों तक सीमित न रहकर पांच अलग-अलग स्थानों पर भी ग्रीन कार्ड बनाए जा रहे हैं। विशेष रूप से आशा रोड़ी और मंगलौर बॉर्डर पर यह कार्य प्राथमिकता से किया जा रहा है, क्योंकि इन्हीं दो स्थानों से सबसे अधिक बाहरी वाहन राज्य में प्रवेश करते हैं। परिवहन विभाग की इस पहल से जहां एक ओर चालकों को राहत मिलेगी, वहीं चारधाम यात्रा को भी अधिक सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री धामी ने कहा है कि श्रद्धालुओं और चालकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है, और इसके लिए सरकार हर जरूरी कदम उठा रही है।