
ट्रैवल एजेंसी के माध्यम से लोगों को विदेश भेजने का झांसा देकर ठगी करने का मामला सामने आया है। पीड़ितों के मुंबई एयरपोर्ट पहुंचने के बाद टिकट रद्द होने की जानकारी मिली। जब वह ट्रैवल एजेंसी कार्यालय पहुंचे तो पता चला कि आरोपी कार्यालय बंद कर फरार हो गए हैं। तीस से अधिक शिकायतकर्ताओं की शिकायत पर आर्थिक अपराध शाखा ने मामला दर्ज कर लिया है।
अमृतसर निवासी रंजीत सिंह ने आर्थिक अपराध शाखा में ठगी की शिकायत की है। उसने बताया कि वह पांच साल तक दुबई में काम कर चुका है। उसके पास पासपोर्ट है। वहां से आने के बाद दो साल से वह कोई काम नहीं कर पा रहा था। पीड़ित ने बताया कि उसे फेसबुक पर मां अंबे नाम की ट्रैवल एजेंसी के बारे में जानकारी मिली। उसमें विदेश में नौकरी दिलाने का दावा किया गया था। विज्ञापन में दिए नंबर पर संपर्क किया तो वहां पर राम आश्रय यादव से बात हुई। उसने विदेश में मजदूर का काम दिलाने का आश्वासन दिया। साथ ही एक खाते में दस हजार डालने के लिए कहा। पीड़ित ने अपने भाई के खाते से दस हजार रुपये डलवा दिए।
उसके बाद राम आश्रय ने उसे 40 हजार रुपये लेकर लक्ष्मी नगर के एच ब्लॉक स्थित कार्यालय आने को कहा। 16 दिसंबर 2024 को वह पैसे लेकर लक्ष्मी नगर पहुंचा। जहां राम आश्रय अपने साथियों के साथ मौजूद था। उसने पैसे लेने के बाद उसे वीजा और हवाई जहाज का टिकट दिया। उसने बताया कि मुंबई एयरपोर्ट से हवाई जहाज पर बैठना है जो उसे इस्तांबुल ले जाएगा। वहां पर छह सात लोग थे, उन्हें भी विदेश भेजा जा रहा था। पीड़ित उसी शाम ट्रेन पर सवार होकर मुंबई के लिए निकल गया। 18 दिसंबर को वह मुंबई हवाई अड्डा पहुंचा। वहां पता चला कि उसके टिकट को रद्द कर दिया गया है।
पीड़ित ने राम आश्रय को फोन किया, लेकिन उससे संपर्क नहीं हो सका। जांच में पता चला कि उसे आरोपियों ने वर्क वीजा के बजाए टूरिस्ट वीजा मुहैया करवाया था। एयरपोर्ट पर 15 लोग मिले जिनसे आरोपी ने विदेश भेजने के नाम ठगी की थी। सभी वापस लक्ष्मी नगर पहुंचे। वहां रंजीत के अलावा 20 से 25 लोग थे। पता चला कि आरोपी सभी से लाखों की उगाही कर कार्यालय बंद कर फरार हो गए हैं। उसके बाद पीड़ितों ने लक्ष्मी नगर थाने में शिकायत की। शिकायतकर्ता की संख्या ज्यादा होने और लाखों की ठगी की वजह से मामला आर्थिक अपराध शाखा को सौंप दिया गया। शाखा ने शुरुआती जांच के बाद 21 मार्च को मामला दर्ज किया।