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प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट तौर पर निर्देश दिया हैं कि गैर प्रदेशों एवं जिलों से आने वाले वाहन पार्किंग में ही खड़े होंगे और वहां से शटल बस से श्रद्धालु मेला के नजदीक तक आएंगे। लेकिन पुलिस एवं प्रशासन मुख्यमंत्री के निर्देश का पालन सही तरीके से नहीं करवा पा रहा है। यहीं वजह हैं कि पार्किंग खाली पड़े हैं और बाहरी प्रदेशों एवं जिलों के नंबर वाले वाहनों से पुरा मेला और शहर पट गया है। इससे श्रद्धालुओं को काफी परेशानी हो रहीं हैं।
महाकुंभ मेले में छह तरफ से आने का मार्ग है। इसे देखते हुए प्रशासन ने 100 से अधिक पार्किंग शहर के बाहर एवं अंदर स्थापित किया। ताकि श्रद्धालु अपनी प्राइवेट गाड़ियां खड़ी कर शटल बस से मेले में पहुंच सके। पार्किंग की जो प्रशासन द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट हैं उस पर गौर करें जौनपुर रूट की दस पार्किंग में दो से दस प्रतिशत ही गाड़ियां रविवार की दोपहर दो बजे तक खड़ी थीं।
जबकि चित्रकूट रोड पर गल्ला मंडी, कर्नलगंज, मुस्लिम हास्टल, क्रिकेट ग्राउंड सहित दस पार्किंग पर सुबह छह बजे से दिन के चार बजे तक कोई वाहन खड़ा नहीं कराया जा सका। चित्रकूट रूट पर लेप्रेसी मिशन, नो प्रयागम ईस्ट, वेस्ट , चाका ग्राम, महेबा, पूरब पट्टी आदि पार्किंग में दो से दस प्रतिशत ही वाहन प्रशासन खड़ा करा सका। वाराणसी रूट पर शिव मंदिर पार्किंग, सरस्वती पार्किंग सहित कई पार्किंग में क्षमता के अनुसार वाहन खड़ा नहीं कराया जा सका। जहां गाड़िया खड़ी हो रही है वहां 60 प्रतिशत से अधिक वाहन नहीं खड़े है।
बोले श्रद्धालु : हो रही परेशानी
जौनपुर से आएं श्रद्धालु संतोष त्रिपाठी ने बताया कि प्रशासन को शटल बस चलवाना चाहिए। बसें नहीं मिल रही हैं। श्रद्धालु परेशान होकर पसीने से तर बितर होकर पैदल ही आ रहे है। गोंडा से आएं अवधेश सिंह कहते है कि पार्किंग कहां है इसकी जानकारी के अभाव में गाड़ी लेकर शहर में आ गए। किसी ने रास्ते में नहीं रोका तक नहीं। बलरामपुर से आएं सुरेश सिंह ने बताया कि पार्किंग में गाड़ी तो उन्होंने खड़ी कर दिया , लेकिन शटल बस नहीं मिली। कई घंटे इंतजार के बाद ई रिक्शा से वह मेले में आएं। वाराणसी की पूजा पटेल ने कहा कि पैदल चलने की सड़क पर जगह नहीं हैं, उसी में हूटर बजाते गाड़ियां दौड़ रही हैं। जिससे कई लोग चोटिल भी हो रहे हैं। प्रशासन को भीड़ बढ़ने पर गाड़ियां बंद करानी चाहिए।
बाइक और ठेला वाले कर रहे मनमानी वसूली
शहर से लेकर मेले तक दो हजार से अधिक बाइकर्स और 200 से अधिक ठेला चालक श्रद्धालुओं का सहारा तो बने हैं, लेकिन उनसे मनमानी वसूली कर रहे है। एक बार मेले में घुसने के बाद दिन भर मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ में ही घूम रहे है। मेला प्रशासन एवं पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहा है। मजबूरी में श्रद्धालु ठगे जा रहे हैं। शटल बसे चलती तो श्रद्धालुओं को सुविधा होती। दावा तो सैकड़ों बस चलाने का प्रशासन कर रहा हैं, लेकिन 100 बसें भी संचालित नहीं हो रहीं हैं।
पार्किंग की स्थिति
जौनपुर रूट – सात पार्किंग
वाराणसी रूट – सात
मिर्जापुर रूट – 14 पार्किंग
रीवा- चित्रकुट रोड – 16 पार्किंग
कानपुर रोड – 14 पार्किंग
महात्मा गांधी मार्ग – दस पार्किंग
लखनऊ रोड – दो पार्किंग
प्रतापगढ़ रूट – छह पार्किंग
छह लेन ब्रिज – बीस पार्किंग
प्रतापगढ़ – अयोध्या – आठ पार्किंग