यूपी की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने प्रेस वार्ता की। इसमें उन्होंने कहा कि महाकुंभ में हुई भगदड़ में 30 लोगों की मृत्यु सरकार ने मानी है। उसी दिन पुलिस निरीक्षक अंजनी कुमार रॉय की मौत हुई है। इस मौत को पुलिस नकार रही है। कुंभ मेला पुलिस ने पांच फरवरी को ट्वीट किया था। इसमें मौत की वजह भगदड़ नहीं बल्कि दूसरी वजह बताई है। सवाल यह है कि अपने ही उप निरीक्षक की मौत को सरकार क्यों नकार रही है।
पुलिस की डायरी में 29 को सुबह 12.30 बजे दर्ज किया है कि उनकी ड्यूटी महाकुंभ में थी और मौत की बात लिखी गई है। जब सरकार अपने ही उप निरीक्षक की मौत को दबा रही है तो आम आदमी का अंदाजा लगाया जा सकता है। इससे स्पष्ट है कि महाकुंभ में बड़ी संख्या में मौत हुई है। सरकार सूची जारी करे।
घायलों की कोई सूची जारी नहीं की गई
उन्होंने कहा कि उप निरीक्षक की मौत पर कोई अधिकारी मौके पर नहीं गया। जब पांच को मै वहां पहुंचा तो छह को एस पी मौके पर पहुंचे।। यह सरकार की संवेदनहीनता है। जब सरकार अपनी पुलिस को लेकर गंभीर नहीं है तो अन्य का अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि 2019 में कुंभ का बजट 1300 करोड़ था जो अब 7500 करोड़ कर दिया गया। खास बात यह है कि भगदड़ के बाद एक भी टोल फ्री नंबर जारी नहीं किया गया। कुंभ में लापता, घायलों की कोई सूची जारी नहीं की गई है।
उन्होंने कहा कि अमेरिका से लाए गए लोगों के साथ अमानवीयता की गई है। लोगो को खाने के लिए बेड़ियां नहीं खोली गई। भारत के लोग पूरी दुनिया में हैं लेकिन आज सब अपमान महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोलंबिया की सरकार ने अपने नागरिकों को सम्मान बुलाया लेकिन भारत के पीएम यह नहीं कर पाए।
इस मौके पर यह लोग रहे मौजूद
भारत के लोग जिस तरह से लाएं गए यह सिर्फ उनका अपमान नहीं है। बल्कि पूरे देश की जनता का अपमान है। अमेरिका की एजेंसी ने खुद फोटो जारी किया है। हम इसकी निंदा करते हैं। दिल्ली चुनाव पर उन्होंने कहा कि दिल्ली में आम शून्य से आगे बढ़ रहे हैं। जनता हमारे साथ है। इस दौरान प्रवक्ता मनीष हिंदवी, पुनीत पाठक भी मौजूद रहे।