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Akshit TOmar;–(उत्तराखंड)
: —दिल्ली में लगी नो एंट्री ने एक बार फिर उत्तराखंड के परिवहन विभाग की बसों के चक्के जाम कर दिए है दिल्ली का सफर कर रहे हैं मुसाफिरों के लिए परेशानी खड़ी कर दी है तो दूसरी ओर सरकार के लिए भी चुनौती की दीवार तैयार कर दी है। एक तरफ यात्रीगण परेशान है तो दूसरी तरफ सरकार भी चिंतित दिखाई दे रही क्या है पूरा मामला देख हमारी एक खास रिपोर्ट।
एक अनार सौ बीमार जैसा हाल हुआ उत्तराखंड से दिल्ली जाने वाली बसों का हाल
दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे वायु प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने बीएस 4 और डीजल बसों के आवाजाही पर पूरी तरह से रोक लगा दी है, जिसके चलते उत्तराखंड सरकार की धड़कने तेज होती दिखाई दे रही है दिल्ली सरकार के इस फैसले से उत्तराखंड की सरकार की बेचैनियां बढ़ा दिए और सरकार द्वारा परिवहन विभाग के अधिकारियों से मीटिंग की जा रही है दरअसल उत्तराखंड में बीएस 3 ओर बीएस 4 डीजल की गाड़ियां ज्यादा है जिसमें दिल्ली सरकार ने रोक लगा दी है करीमन उत्तराखंड की 194 बसे पर रोक लगी है जो उत्तराखंड से दिल्ली की ओर मुसाफिरों को छोड़ने का काम करती हैं, और दिल्ली में नो एंट्री की वजह से अब उत्तराखंड परिवहन विभाग में हाहाकार देखने को मिल रहा है यात्रीगण बसों को लेकर परेशान है जनपद नैनीताल के रामनगर में रोडवेज की 26 बेस सवारियों को बिठाकर दिल्ली जाती थी दिल्ली में नो एंट्री होने के बाद अब सिर्फ 10 बसे ही सवारियों को बिठाकर दिल्ली जा रहे हैं। सफर करने वााले मुसाफिरों को सीटें नहीं मिल रही उनके समय पर बसे नहीं मिल रही है। जिसकी वजह से मुसाफिरों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
दिल्ली सरकार के इस फैसले रे उत्तराखंड सरकार की बेचैनियां बढ़ा दी है और मुसाफिरों के लिए भी परेशानियां खड़ी कर दी है अब देखने वाली बात होगी कि सरकार कब इस पर मंथन करके कब नई बसों का संचालन दिल्ली के लिए शुरू करती है। उत्तराखंड सरकार और परिवाहन विभाग पटरी से उतरी हुई बसों की समस्या को कब पटरी पर लाती है।