Ramnuj ;– -बुंदेलखंड के महोबा जिले में खाद की किल्लत से जूझ रहे किसानों के बीच आपस में मारपीट हो गई। खाद को पहले पाने की चाहत में किसानों के बीच आपस में ही जमकर लाठी डंडे चल गए। किसानों के बीच हुई मारपीट और विवाद को लेकर किसानों में अफरा-तफरी मच गई । आपस में मारपीट के बाद भी खाद न मिलने से आक्रोशित होकर किसानों ने हाइवे में जाम लगा खाद दिलाने की मांग की है।
-दरअसल मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के झाँसी-मिर्जापुर हाइवे स्थित रैपुरा विशिष्ट मंडी के बाहर का है जहाँ खाद न मिलने से आक्रोशित हुए किसानों की आपस में ही मारपीट हो गई। जिसके बाद आक्रोशित किसानों ने हाइवे में जाम लगा खाद उपलब्ध कराने की मांग की है। जाम की सूचना पर पहुँचे पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने किसानों को समझा बुझाकर जाम खुलवाया। तब जाकर जाम में फंसे लोगों ने राहत की सांस ली। दरअसल आपको बता दें कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी कृषि विभाग में तैनात जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते किसानों को खाद की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
हालत यह है कि किसानों के खेत बुवाई के लिए पड़े हुए हैं। और किसान कई दिनों से एक-एक बोरी खाद की तलाश में पांच-पांच दिन से जगराता कर रहे हैं । भूख और प्यास से व्याकुल किसान लंबी-लंबी लाइनों में खड़े होकर अपना सब्र खो चुके हैं। यही वजह है कि वह प्रशासनिक तंत्र का गुस्सा अब आपस में ही निकाल रहे हैं।
भूख और प्यास से परेशान किसान आज लंबी-लंबी लाइनों के बीच खड़े होने के बाद खाद न मिलने से आजिज आकर एक दूसरे से ही विवाद कर मारपीट पर आमादा हो गए और दोनों किसानों के बीच जमकर लाठी डंडे चले है। इसके बाद भी खाद ने मिलने से आक्रोशित हुए किसानों ने हाइवे में जाम लगा खाद दिलाने की मांग की है।
मामले को लेकर उपजिलाधिकारी सदर जीतेन्द्र कुमार ने बताया कि शहर के बड़ीहाट और पचपहरा गाँव स्थित सोसायटी में एक ही सचिव की तैनाती है आज सचिव द्वारा बडीहाट में खाद बांटी जा रही थी। लेकिन बिना कोई सूचना के किसान पचपहरा स्थित सोसायटी में इकट्ठा हो गए और जाम लगा दिया हालांकि बाद में किसानों को समझाबुझाकर जाम खुलवा दिया गया है। कल पचपहरा में खाद का वितरण किया जाएगा।