हिमाचल। प्रदेश के सुंदरनगर के जवाहर पार्क में विजय संकल्प रैली में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पार्टी पर जुबानी हमला बोला। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार का हिमाचल का चुनाव बहुत खास है। इस बार 12 नवंबर को पड़ने वाला एक-एक वोट, हिमाचल के अगले 25 साल की विकास यात्रा तय करेगा। अमृतकाल के इन वर्षों में हिमाचल में तेज विकास जरूरी है, स्थिर सरकार जरूरी है। मुझे खशी है कि हिमाचल के लोग, यहां के युवा, यहां की माताएं-बहनें इस बात को अच्छी तरह समझ रही हैं।
हिमाचल के लोग भाजपा सरकार की जोरदार वापसी की ठान चुके हैं। फौजियों की ये धरती, वीर माताओं की ये धरती, जब संकल्प ले लेती है तो उसे सिद्ध करके ही दिखाती है। देश में 50 साल कांग्रेस गरीबी हटाओ का नारा देकर सरकार बनाती रही। कांग्रेस की सच्चाई यह है की 2012 में जिस घोषणापत्र में चुनाव जीते, 2012-17 तक एक काम नहीं हुआ। हिमाचल में, पहाड़ी राज्यों में तो कांग्रेस दशकों तक तरसाओ, लटकाओ-भटकाओ की नीति पर चली है। कांग्रेस के लिए सरकार में आना, सरकार में रहना, राज-पाट चलाने जैसा ही रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भाजपा जो संकल्प लेती है, उसकी सिद्धि करके दिखाती है। भाजपा ने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने का संकल्प लिया, उसे सिद्ध करके दिखाया। भाजपा ने राम मंदिर निर्माण का संकल्प लिया, आज अयोध्या में इतना भव्य राम मंदिर बन रहा है। कांग्रेस की सच्चाई ये है कि 2012 में जिस घोषणा पत्र पर वो चुनाव जीते, वादे किए थे, एक भी काम उन्होंने नहीं किया। जबकि भाजपा की पहचान है कि हम जो कहते हैं उसे पूरा करने के लिए दिन-रात खपा देते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज भारत आत्मनिर्भर होने का अभियान चला रहा है। अपने हथियार खुद बनाने पर जोर दे रहा है। कांग्रेस देश की रक्षा की ही नहीं, बल्कि देश के विकास की भी हमेशा विरोधी रही है। बीते दो-ढाई साल में दुनिया की इतनी बड़ी महामारी से हिमाचल के लोगों ने मुकाबला किया है। भाजपा की सरकार में हिमाचल ने देश में सबसे पहले शत-प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य हासिल किया।
अपने संबोधन में हाटेश्वरी माता, शीतला माता, शिकारी माता का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि देवभूमि के सभी देवी-देवताओं का प्रमाण करता हूं। पीएम मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले मंडी की भाजयुमो युवा रैली में मौसम खराब होने के कारण नहीं आ पाया था। मन में उसी दिन ठान लिया था की पहली चुनावी रैली में मंडी में जरूर जाऊंगा। मुझे उस दिन न आने की पीड़ा हमेशा रहेगी। इसके लिए आपसे क्षमा मांगता हूं। देवभूमि से मेरा नाता इतने निकट रहा है कि यहां आना बहुत होता था। निहरी की चढ़ाई भी चढ़ी है। कांगड़ा, मंडी, शिकारी की पहाड़ी भी पैदल मापी है। बीबीएमबी झील कैसे भूल सकता हूं। जब भी यहां आता तो चाय पीता था। दुकानदारों से गपशप मारता था। ठाकुर गंगा सिंह, दिले राम, दामोदर जी से बहुत कुछ सीखा।