Naresh Tomar (दिल्ली):—पॉपुलर फ्रंट ऑफ इण्डिया यानी PFI का एक खतरनाक प्लान पकड़ में आया है – पटना पुलिस ने दो अतिवादी मुस्लिमों को गिरफ्तार किया है जिनके पास से 8 पेज का एक गोपनीय दस्तावेज मिला है जिससे पता चला है कि षड़यंत्र बहुत गहरा और अंग्रेजी भाषी मुसलमानों का है। षड़यंत्र की रचना उच्च शिक्षित गजवाए हिन्द के लिए काम करने वाले अतिवादी मुसलमानों ने की है , इसलिए यह अत्यंत घातक हो सकता है । पकड़े गये लोगों में एक पूर्व पुलिस ऑफिसर और एक सिमी सदस्य है ।
गिरफ्तार लोगों से मिले दस्तावेज में मुसलमानों को सन्देश है कि वर्ष 2047 तक भारत की राजनीतिक सत्ता का नियंत्रण मुसलमानों को दिलाकर भारत में इस्लामिक राष्ट्र की स्थापना करना है । इसके लिए, चूंकि आबादी इतनी जल्दी बढ़ नहीं सकती , अतः वर्तमान मुस्लिम आबादी के मात्र 10 को अपने पाले में लाकर इस्लामी भारत का लक्ष्य प्राप्त किया जायेगा । माइनाॅरिटी को मेजाॅरिटी बनने की जरूरत नहीं है केवल हम 10 प्रतिशत मुस्लिम कायर मेजाॅरिटी को घुटनों पर ला देंगे ।
कि मुसलमानों में शिकायतों को स्थापित करो (जैसे वर्ष 1946-47 में किया गया था, मुसलमानों के बीच भारत की आजादी को हिन्दुओं का शासन बताकर हिन्दुस्तान में रहने वाले मुसलमानों को गुलाम बताना और पाकिस्तान लेना जरूरी बताया जाता था )। जहां कोई शिकायत न हो वहां शिकायतों का आविष्कार करो इत्यादि ।
मुसलमानों को निर्देश भी है कि प्लान को सार्वजनिक न करे बल्कि केवल सदस्यों के बीच ही सीमित रखें ।
इस दस्तावेज को लेकर PFI ने खण्डन भी जारी किया है – जाहिर है कि वे इसे सार्वजनिक रूप से न बांट सकते हैं और न स्वीकार कर सकते हैं , अतएव खण्डन बनता ही है । PFI के खण्डन मे उल्लेख है कि ऐसा ही कागज यूपी के बस्ती में भी पुलिस को मिल चुका है ।