Naresh Tomar(उत्तराखंड):-‐-
उत्तराखंड योग की जन्मस्थली है :
केंद्रीय मत्स्य,पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री डॉ. संजीव कुमार बाल्यान ने आज ऋषिकेश में ‘ योगोत्सव ‘ में भाग लिया तथा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2022 के लिए उलटी गिनती समारोह को संबोधित किया।
गंगाघाट पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए, डॉ. बाल्यान ने कहा कि उत्तराखंड योग की जन्मस्थली है और इसके कायाकल्प के लिए इससे बेहतर कोई जगह नहीं हो सकती। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने योग को विश्व के मानचित्र पर ला दिया है। हमारे योग गुरु विश्व के लिए हमारे सांस्कृतिक राजदूत रहे हैं। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय अब शारीरिक और मनोवैज्ञानिक कल्याण को बढ़ावा देने में योग के मूल्य को स्वीकार करने लगा है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार 13 मार्च से 21 जून 2022 तक 100 शहरों में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की 100 दिनों की उलटी गिनती का समारोह मना रही है। मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय आज सोमनाथ, ऋषिकेश, कन्याकुमारी में ‘ योगोत्सव ‘ मना रहा है। श्री बाल्यान ने लोगों से योग को जीवन शैली के रूप में अपनाने की अपील की।
उत्तराखंड राज्य को प्रभावित करने वाले मुद्वों के बारे में उल्लेख करते हुए, डॉ. बाल्यान ने कहा कि कृषि को पशुपालन के साथ पूरक बना कर पहाड़ों से पलायन को कम किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय ने 2014 से एक लंबा रास्ता तय किया है जब इसका कुल बजट 1500 करोड़ रुपये था जबकि आज खुरपका मुंहपका रोग के टीकाकरण के लिए एक उप-स्कीम का परिव्यय 12,500 करोड़ रुपये का है। उन्होंने समारोह में उपस्थित किसानों से पशुधन के लिए प्रजनन फार्म शुरु करने के लिए 50 प्रतिशत की सब्सिडी उपलब्ध कराने वाली स्कीम का लाभ उठाने की अपील की। डॉ. बाल्यान ने कहा कि केंद्र सरकार उत्तराखंड के पशुपालक किसान समुदाय के साथ दृढ़ता से खड़ी है और इसके विकास के लिए हर संभव सहायता प्रदान करेगी।
योग सत्र से पहले, डॉ. बाल्यान ने ‘ पशुलोक ‘ फार्म का दौरा किया तथा राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत राज्य बकरी तथा भेड़ प्रयोगशाला का उद्घाटन किया। उन्होंने प्रगतिशील पशुधन किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ भी परस्पर बातचीत की। इस कार्यक्रम में उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्रियों श्री सुबोध उनियाल तथा श्री सौरभ बहुगुणा ने भी भाग लिया।