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Naresh tomar (लखनऊ ) ::- उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद प्रदेश के अलग-अलग जिलों में हुई हिंसा के सिलसिले में अब तक कुल 13 प्राथमिकी दर्ज करते हुए पुलिस ने 319 लोगों को गिरफ्तार किया है.
दरअसल, साजिशकर्ताओं ने अपने कुत्सित उद्देश्यों के लिए किशोरवय युवाओं को सहारा बनाया था. ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को निर्देश देते हुए कहा कि मुख्य साजिशकर्ता की पहचान जरूरी है.
यह समझना होगा कि असामाजिक तत्वों द्वारा ऐसे प्रयास आने वाले दिनों में फिर से हो सकते हैं. इन लोगों का उद्देश्य प्रदेश के शांति-सौहार्द को बिगाड़ना है. हमें एक टीम के रूप में काम करते हुए ऐसी कोशिशों को नाकाम करना होगा.
बता दें कि योगी सरकार की नजर अब साजिशकर्ताओं की जड़ तक पहुंचने की है। योगी आदित्यनाथ जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा का संज्ञान लेकर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिया कि उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखी जाए और कार्रवाई ऐसी हो जो असामाजिक सोच रखने वाले सभी तत्वों के लिए एक नजीर बने. वहीं, माहौल बिगाड़ने के बारे में कोई सोच भी न सके.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि वे शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ ‘कतई बर्दाश्त नहीं करने’ की नीति के साथ पेश आएं और एक भी निर्दोष को छेड़ें नहीं और कोई दोषी छोड़े नहीं।
319 उपद्रवियों की गिरफ्तारी
योगी ने कहा कि इससे पहले 3 जून को कानपुर में भी ऐसी ही कोशिश की गई थी और तब भी सतर्कता के निर्देश दिए गए थे, जिससे प्रदेश के ज्यादातर जिलों में शांति बनी हुई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह शांति व्यवस्था चिर स्थायी रहे, इसके लिए सतर्क सावधान रहना होगा.
यूपी के एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने रविवार की शाम बताया कि राज्य के आठ जिलों से 319 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. हालांकि हिंसा के संबंध में यूपी के नौ जिलों में 13 एफआईआर दर्ज की गई हैं. उन्होंने बताया कि वीडियो और फोटो के आधार पर उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है।