
रिपोर्टर-अमित कुमा-बलिया ——–: कहते हैं पेट के लिए इन्सान कही भी काम के लिए चला जाता हैं, और भले ही मज़बूरी में आसमान के नीचे ही क्यों न रहना पड़े।बात करते हैं उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद के नरही थाना क्षेत्र के रामपुर चिट के सिवान में लॉक डाउन के कारण आदिवासी समुदाय के 40 से 50 लोग बच्चों सहित अपना जीवन काटने को मजबूर हैं।उनके पास न रहने की जगह हैं न ही खाने का ठिकाना बच्चों के लिए दूध और दवा का इंतजाम हो पाया था।

रमन श्रीवास्तव(युवा समाजसेवी) ने कहा आदिवासी समुदाय के लोग घूमकर करतब दिखाते हैं।और लोगो को घूम-घूम कर मनोरंजन करते हैं।यही इनके जीवन-यापन का मुख्य साधन हैं आज लॉक डाउन के चलते सब कुछ बन्द हो गया हैं।इनके जीवन मे लाले पड़ गये हैं। ये सब फस गये हैं।खाने और पीने का कोई व्यवस्था नहीं हो पा रही हैं। आज एक ऐसे शख्स ने इनके लिए हाथ बढ़ाया हैं।इस शख्स का नाम रमन श्रीवास्तव हैं जो समाजसेवी हैं।

युवा समाजसेवी, रमन श्रीवास्तव और उनके सहयोगी रजनीकांत जी थे।ट्रस्टी एस भार चैरिटेबल फाउंडेशन ट्रस्ट की तरफ से आटा, चावल,दाल,तेल,मसाला,नमक,दूध,साबुन का पैकेट बनाकर बाटा साथी बच्चों के लिए बिस्कुट, टॉफी,चिप्स तथा गुबारा वितरित किया।जिसके बाद इनके चहेरे खिल गया।और ये बहुत खुश हुए।
रमन श्रीवास्तव(युवा समाजसेवी) ने कहा