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निजामुद्दीन में हुए तब्लीगी जलसे ने देश को मौत के खतरे मैं डाला,मुस्लिम समाज कोराना को ले कर गम्भीर क्यों  नहीं

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विनय अग्रवाल, चंदौसी ——: दिल्ली में इस्लामिक संगठन तब्लीगी ए जमात के सेंटर पर हुए धार्मिक आयोजन में जिस तरह से सरकार के प्रतिबन्ध के बावजूद बड़ी तादात में इकट्ठे होकर आयोजन किया गया जिसमे काफी व्यक्ति कोराना संक्रमित पाए गए साथ ही आयोजन में भाग लेकर काफी कोराना संक्रमित लोग देश के विभिन्न राज्यों में चले गए इस समाचार को सुन कर देश वासी स्तब्ध रह गए क्योंकि केंद्र सरकार कोराना जैसी महामारी से देश को बचाने के लिए कड़े नियम कानून बना कर हर संभव प्रयत्न कर रही है वहीं तब्लीगी जमात जैसे इस्लामिक संगठन कोराना को मज़ाक में लेकर देश के 130 करोड़ जनता के जीवन से खेल कर देश द्रोह जैसे काम कर रही है जो की दुर्भाग्य पूर्ण है ।

देशी और विदेशी निजामुदीन की जमात सेंटर से बहार आते हुए लोग 

निजामुद्दीन के तब्लीगी जमात के सेंटर पर मलेशिया , इंडोनेशिया , सऊदी अरब सहित विदेशो व देश से आए लग भग 2000 लोगो का धार्मिक आयोजन 13 मार्च से 15 मार्च के बीच धारा 144 लागू होने के बाद किया गया उक्त धार्मिक आयोजन के बाद काफी संख्या में लोग कोराना संक्रमित पाए गए जबकि काफी लोग देश के विभिन्न राज्यों उत्तर प्रदेश से लेकर तेलंगाना और अंडमान निकोबार तक वापस अपने घर पहुंचे जिसकी सूचना से केंद्र सरकार के होश उड़ गए जिसके चलते उत्तर प्रदेश के डी जी पी ने उक्त जमात में शामिल होकर वापस आए 157 लोगो को तुरन्त चिन्हित करने के आदेश दिए है यही नहीं जमात में शामिल कई लोगो के कोराना संक्रमण से मौत होने के समाचार भी आ रहे है ।

देश में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के जनता कर्फ्यू व उसके बाद देश में लागू लॉक डाउन के बाद मुस्लिम क्षेत्रों से अक्सर लॉक डाउन के उल्लंघन के समाचार आते रहे जिसके चलते मुस्लिम धर्मगुरु द्वारा शुक्रवार को मुस्लिम समाज द्वारा जुमे की नमाज मस्जिदों में अदा ना करने की अपील के बाबजूद भी कई राज्यों में पुलिस की सख्ती के बाद भी मस्जिदों मैं नमाज अदा करने के चलते कार्यवाही करने के समाचार आए जिसके चलते गीतकार जावेद अख्तर ने तो अपने ट्वीट में दारूल उलूम देवबंद से यह तक कहा की ” जब तक कोराना संकट है तब तक सभी मस्जिदों को बन्द करने का फतवा जारी करें जब काबा , मदीना में मस्जिदों को बन्द किया जा सकता है तो भारतीय मस्जिदों को क्यों नहीं” यही नहीं लॉक डाउन के दौरान भी देश के अधिकतर हिस्सों से मुस्लिम क्षेत्रों से ही सबसे ज्यादा लॉक डाउन उल्लंघन के समाचार सुनने को मीडिया में मिले है ।

निजामुदीन स्थित तब्लीगी जंत सेंटर ,यही 1400 लोग जमा थे 

आज हमारी केंद्र सरकार व देश के प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी विश्व व्यापी महामारी कोराना से निपटने के लिए जिस तेज़ी से इसे रोकने के लिए दिन प्रति दिन कार्य योजना बना कर इसे लागू कर रहे है ऐसा विश्व के किसी भी देश में नहीं हो रहा है मोदी जी यह सब कुछ अपने लिए नहीं कर रहे है बल्कि देश की 130 करोड़ जनता की एक एक जान के लिए कर रहे हम देश वासी खुश नसीब है की आज हमारी सरकार पाकिस्तान की तरह अपने देश के नागरिकों को मरने के लिए विदेशो मैं नहीं छोड़ रही है बल्कि विदेश में फंसे एक एक नागरिक को अपने देश लाने के लिए कटिबद्धता से कार्य करते हुए अपने मिशन में बिना जाति धर्म और भेद भाव के कार्य कर रही है जिसके लिए देश के प्रधानमंत्री और उनकी पूरी टीम बधाई की पात्र है ।

MUSLIM KO CORONA

लेकिन अफसोस जिस तरह से देश के इस्लामिक संगठन तब्लीगी ए जमात द्वारा देश में कोराना जैसी महामारी को फैलाने कार्य किया गया है जो की देश द्रोह के अपराध से भी ज्यादा है क्योंकि जब उक्त धार्मिक आयोजन में देश से हजारों लोग शामिल होकर अपने राज्यो में पहुंच कर लोगो को संक्रमित करेंगे जिससे कितनी संख्या में लोग इस महामारी से संक्रमित हो सकते है जो की चिंता का विषय है शायद मुस्लिम समाज इस बीमारी के नुकसान से अनभिज्ञ है या फिर जान बुझ कर अनभिज्ञ बन रहा है जो को उचित नहीं है इसीलिए मेरा मुस्लिम समाज से अनुरोध है की वो देश हित में कोराना बीमारी से बचने और बचाने के लिए सरकार के नियमो का ईमानदारी से पालन करे जिससे की वो अपने समाज व देश को कोराना के संक्रमण से बचाने का कार्य कर सके यही देश हित में उचित होगा ।

विनय अग्रवाल ———————- चंदौसी ———— HIND NEWS TV

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