Naresh Tomar: कोरोना वायरस को देखते हुए पूरे देश में 21 दिन का लॉकडाउन जा रही है. जिसको लेकर किसान भी परेशान थे. जिन क्षेत्रों में गन्ने की पैदावार होती है वहां किसान कैसे अपना गन्ना शुगर मील तक पहुंचाए इसको लेकर भी आ सामंजस्य की स्थिति बनी हुई थी. साथ ही नई फसल की बुवाई का दौरान जारी है जिसमे बीज खाद वह अन्य सामग्री की आवश्यकता पड़ती है. जो दुकान से ही खरीदी जा सकती है.
लॉक डाउन के कारण ऐसी दुकानें भी बंद थी लेकिन आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के किसानों को बड़ी राहत देते हुए. लाक डाउन के दौरान भी खाद बीज कृषि रक्षा रसायनो की थोक और फुटकर दुकान दुकान है. पहले की तरह खुली रहने की छूट दी है.
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि इस संबंध में सभी मंडल आयुक्त डीएम एसएसपी और एसपी को निर्देश जारी किए गए कि वह सुचारू रूप से खाद बीज कृषि रसायनों की आपूर्ति जारी रखें। साथ ही इसके लिए बनाने वाली कंपनियां लोडिंग एवं अनलोडिंग में लगे श्रमिकों और इसके परिवहन में लगे वाहनों को भी छूट के दायरे में लाया गया. इस तरह की छूट कटाई में प्रयुक्त कार्बन हार्वेस्टिंग और इस दौरान जो भी शार्मिक पर भी लागू होगी।
देखने में आया है कि कोरोना के बावजूद जो मजदूर किसान के यहां काम करते थे वह अपने गांव की ओर पलायन कर रहे हैं. अब सरकार ने ऐसे मजदूरों को भी राहत देते हुए कहा कि वह भी किसान के साथ काम कर सकते हैं. इसी साल फरवरी-मार्च में मौसम की मार से पहले ही किसान बहुत ज्यादा परेशान थे. मौजूदा समय में उनकी सरसों ,आलू, मटर, चना, और गेहूं की फसलों को काफी नुकसान हुआ है. गेहूं की फसल भी तैयार होने को है ऐसे में किसानों की यह चिंता भी थी। कि ऐसी स्थिति में हम अपनी गेहू की उपज को कैसे बाजार में भेजेंगे। साथ ही कैसे इन की मंडी तक ले जाने की लिए ढुलाई करेंगे।सर्कार ने िकी भी इजाजत किशानो को दे दी हे . सरकार ने इस फैसले से परंपरागत किसानों के साथ सब्जी बोने वाले किसानों को भी राहत मुहैया कराई है.