Naresh Tomar: तब्लीग़ी से फैल रहा है कोरोना वायरस चीन के बाद पाकिस्तान बना कोरोना का केंद्र कोरोना वायरस की चपेट में जहां दुनिया भर के सभी देश आचुके हैं. वहीं पाकिस्तान अब दूसरा वुहान शहर बनता दिखाई दे रहा है. कोरोना वायरस के फैलने के पीछे क्या बड़ा कारण है तबलीगी जमात के होने वाले जलसे से हैं.दरअसल यह सवाल तब उठा जब पिछले अब गाजा में कोरोना वायरस के दो पॉजिटिव मामले सामने आने से हड़कंप मच गया.
जब गाजा के अधिकारियों ने इसकी पड़ताल की तो पता चला कि दोनों व्यक्ति पाकिस्तान से लौटे हैं. जो वहां तबलीगी जमात के एक जलसे में शामिल हुए थे। मार्च में लाहौर के एक इलाके में हुई तबलीगी जमात के कार्यक्रम में लाखों लोगों ने हिस्सा लिया था. जिसमें करीब 80 देशों के मुसलमान और मौलाना भी शामिल हुए थे.अब चिंता की बात यह है कि ऐसे वक्त में जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लोगों को एक साथ इकट्ठे होने पर रोक लग रही है। वहीं आए दिन तबलीगी जमात कार्यक्रम में वायरस के संक्रमण के खतरे को दोगुना कर दिया है. जानकारों का मानना है कि चीन से आये लोग भी तबलीगी जमात में शामिल हुए थे।
इनमें से कुछ एक देश से दूसरे देश लगातार आते जाते रहे। भारत में भी एक मामला सामने आया जो पिछले हफ्ते तमिलनाडु के सलीम जिले में 2 कोरोना वायरस के संक्रमण के आधार पोजटिव पाया गए। इन तबलीगी जमात से जुड़े सभी इंडियन एशियाई मूल नाम ने पिछले कुछ दिनों में तमिलनाडु के चार मस्जिद का दौरा भी किया था. जहां काफी भीड़ थी सलेम का जिला प्रशासन को पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं.इस जमात से जुड़े मौलाना मुल्ला आए दिन बांग्लादेश नेपाल श्रीलंका और अफगानिस्तान जैसे देशों में आते जाते रहते हैं. जिनसे पूरी दुनिया में कोरोना के संक्रमण का खतरा है.
कोरोना वायरस के मामले की पुष्टि करते हुए गाजा पुलिस के लूमेन्र्ट डाया ने कहा कि तीन लोग को करोना वायरस से संक्रमित पाए गया। जो मार्च के महीने में लाहौर में हुए एक जमात में शामिल हुए थे। इस जमात में हजारों और लाखों की संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया था। चिंता की बात यह है कि इस कार्यक्रम में शामिल मौलाना वापस लौट लौट कर दूसरे देशों में कोरोना वायरस को संक्रमित कर रहे हैं. यहां तबलीगी जमात से जो मुल्ला मौलवी वापस गए वे लगभग 80 देशों के निवासी थे.
तबलीगी जमात मौलाना और इस्लाम के जानकारों का एक ऐसा संगठन है जिसमें कट्टर इस्लाम की शिक्षा देता है। लाहौर में हुई इस जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए 4 लोगों को पाकिस्तान के अस्पताल में भर्ती कराया जो इस जमात से लौटे थे. इसी तरह कजाकिस्तान के पास भी कोरोना वायरस का खतरा मड़रा रहा हे कियोकि कई मुल्ला मौलवी यह भी पाकिस्तान से है
पाकिस्तान में लगातार करोना संक्रमित मामले मिल रहे हैं लेकिन पाकिस्तान की सरकार है कि वह वहां की मस्जिद भी बंद नहीं करा पा रही .पाकिस्तान में कोरोना वायरस फैलने का खतरा इस वजह से भी ज्यादा है कि पाकिस्तान सरकार कट्टरपंथियों के दबाव के चलते मस्जिदों को बंद नहीं करा पा रही. हर शुक्रवार को जुमे की होने वाले नमाज के दौरान पाकिस्तान के मस्जिदों में लाखो लोगो की भारी भीड़ जमा होती है। ऐसे में तेजी से फैल रहे कोना वायरस को रोक पाना पाकिस्तान के लिए नामुमकिन है.