Naresh Tomar: उत्तरी पूर्वी दिल्ली के शिव विहार में उत्तराखंड के रहने वाले दिलबर सिंह नेगी जिनकी उम्र मात्र 22 साल थी. उनकी हत्या के आरोप में शहनवाज उर्फ सोनू को एसआईटी ने गिरफ्तार किया है. जिस समय शाहनवाज और उसके साथ में दंगाई जिनको वह गाइड कर रहा था. उनके द्वारा 24 फरवरी को बुक स्टोर , मिठाई की दुकान के साथ कई दुकान में आग लगा दी थी . वही इन दुकानों में जो मिठाई की दुकान थी। उसमें दिलबर नेगी भी काम करता था. दंगाइयों ने उसके दोनों हाथ काट दिए. दिलबर सिंह नेगी पर तेल छिड़का गया और उसको जिंदा जला दिया गया.
आखिर यह कौन बन गई है जो इस तरह का तांडव दिल्ली में कर रहे थे। हिंसा के नाम पर अब तक 60 से ज्यादा व्यक्ति दिल्ली में भेंट चढ़ चुके हैं। अभी कुछ दिन पहले ताहिर हुसैन आम आदमी पार्टी के पार्षद उनको गिरफ्तार किया है. कल पुलिस ने उनकी निशानदेही पर उनके घर से पिस्टल और कारतूस बरामद किए हैं. ताहिर के घर के पास ही अंकित शर्मा की तो हत्या हुई थी. जिसके वह मुख्य आरोपी हे अंकित शर्मा पर 400 से जायदा चाकुओ से निमर्म हत्या की गयी थी। ऐसी ही हत्या शहनाज उर्फ सोनू दुवारा उत्तराखंड के दिलबर सिंह नेगी की कि गयी है। ताहिर के घर के पास ही एक व्यक्ति अजय स्वामी नामक युवक को भी गोली मारी गई थी।
पुलिस जांच कर रही है ताहिर के इस पिस्टल से क्या अजय गोस्वामी को गोली मारी गई थी। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि ताहिर व अन्य लोग जो चाँद बाग हिंसा में शामिल थे उनके कितने संपर्क में था. ताहिर के घर से पुलिस को एसिड बम पेट्रोल बम और नुकीले पत्थर का भण्डार छत पर मिला था। इतना सामान ताहिर ने अकेले और एक दिन में इकठा नहीं किया था यह पुलिस जांच में सामने आ गया है। आखिर यह कितने दिन से तयारी थी और यह NRC का तो विरोध कोई नहीं कह सकता यह उससे भी कुछ जायदा बहड़ कर था।
पुलिस द्वारा शामली से शाहरुख को गिरफ्तार किया गया है शाहरुख ने सेमी ऑटोमेटिक गन से धुआंधार फायरिंग की और एक पुलिसकर्मी पर यह पिस्टल तान दी थी। कल पुलिस ने शाहरुख को लेकर एक खुलासा किया है जिसमें बताया गया है कि शाहरुख उत्तर प्रदेश के कैराना में छुपा हुआ था. दिल्ली हिंसा के इस आरोपी शाहरुख को जो व्यक्ति शरण दे रहा था। उसका नाम कलीम था मादक पदार्थों की तस्करी में काफी दिनों से वांछित चल रहा था.2019 में दिल्ली नारकोटिक्स टीम ने बुढाना के पास धोनी चौराहे पर एक गाड़ी के अंदर 235 किलो गांजा बरामद किया था. इसमें कलीम का एक दोस्त मोबिन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। कलीम 2019 से लगातार फरार चल रहा था। कल कैराना पुलिस द्वारा कलीम को भी गिरफ्तार कर लिया कलीम ने ही कबूला कि हिंसा का आरोपी शाहरुख उसके पास था. और वही शामली बस अड्डे पर उसको छोड़ने गया था.
अब देश के लोगों के सामने यह सवाल उठ रहा है कि आखिर दिलबर सिंह नेगी, आइबी के जवान अंकित शर्मा, गोली लगे अजय गोस्वामी ,दिल्ली पुलिस के हिंसा में मारे गए दिल्ली पुलिस के हैड कांस्टेबल रतन लाल इन 60 से ज़्यदा लोगों की मौत और सैकड़ो की संख्या में अस्पताल में जिन्दी और मौत से जूझ रहे लोगो का कौन जिम्मेदार है.
देश के ही कुछ बुद्धिजीवी वह नेता यह कहने में लगे हुए हैं कि इन लोगों को मुस्लिम होने की सजा मिल रही है. कल ही आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान ने ट्वीट कर सियासत को गरमा दिया। विधायक ने आप से निलंबित पार्षद व हिंसा के आरोपी ताहिर हुसैन के बचाव में ट्वीट कर एक धार्मिक कार्ड खेला। जिसमें कहा कि ताहिर हुसैन इस बात की सजा काट रहा है कि वह एक मुस्लिम है. शायद हिंदुस्तान में मुस्लिम होना आज सबसे बड़ा गुनाह है. और यह भी हो सकता है कि आने वाले वक्त में यह साबित कर दिया जाए कि दिल्ली हिंसा में ताहिर हुसैन का ही हाथ है.
शाहरुख को लेकर जिस तरह कैराना में पनाह दी गई वह भी एक सवाल खड़ा करती है. ऐसे लोगों को देश के अंदर ही कौन है जो वह पनहा दे रहे हैं. दिल्ली पुलिस की जांच में एक बात और सामने आई है. जिसमें यह बताया है कि मौजपुर से लेकर करावल नगर तक यह हिंसा के उपद्रवी एक ही रंग का हेलमेट पहने हुए थे. इनके कपड़े भी एक दूसरे से मिलते जुलते थे. ऐसा दंगाइयों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज के साथ-साथ फेस रिएक्शन ऐप का भी सहारा लिया जा रहा है.
आपको बता दें 23 फरवरी को जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के पास यह हिंसा भड़की थी. उसके बाद जाफराबाद, मौजपुर, यमुना विहार, भजनपुरा, करावल नगर ,व अन्य कई इलाकों में हिंसा फैल गई थी.लोगो की गाड़ी जलाई गयी घरों और दुकानों को फुका गया। 60 से जायदा लोगो को मारा गया सैकड़ो अस्पताल में पड़े है। दिल्ली में हिंसा करने वाले यह उपद्रव करने वाले लोग एक ही तरह का हेलमेट पहन रहे थे. वह मुंह पर कपड़ा बांधे हुए थे. और पुलिस के आंसू गैस से बचने के लिए तेल और नमक मुंह पर लगा जा रहा था. आखिर कौन लोग थे जिनके द्वारा ताहिर हुसैन पर कई दिन पहले से एसिड पेट्रोल बम पत्थर और बड़ी-बड़ी गुलेल भेजी गई थी. अभी ताहिर और शाहरुख का ही नाम सामने आए हैं.
वीडियो फुटेज में देखें तो दिल्ली में हिंसा करने वाले बहुत से आरोपियों के हाथ में आपको अवैध हथियार दिख जाएंगे। जिनके द्वारा फायरिंग की गई और कई लोग इनकी गोलीमारी गयी। यह नेता जो यह कह रहे हैं कि उनको मुस्लिम होने की सजा मिल रही है. क्या वह पहले से जानते थे कि इस तरह की तैयारी दिल्ली को जलाने के लिए ताहिर शारुख शनवाग व अन्य उपद्रव्यों दुवारा की जा रही है. जो आज पुलिस की हिरासत में बैठे हैं और पुलिस जांच कर रही है अभी और कितने ऐसे लोग हैं। जो ताहिर शाहरुखऔर ताहिर हुसैन के भाई शाह आलम जिसे उपद्रवी छुपे बैठे हैं. पुलिस जांच के बाद इन लोगों को सामने आना ही पड़ेगा।दिल्ली के लोग इसे उपद्रव्यों को बिलकुल माफ़ नहीं करेंगे जिन्होंने देश की राजधानी को विश्व में बदनाम करने का काम किया है।
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