Naresh Tomar: दिल्ली को सीरिया बनाने वाले आम आदमी पार्टी के चांद बाग इलाके से पार्षद ताहिर हुसैन क्या आतंकवादियों को पनाह देने का कार्य करता था. कैसे उसने पिछले 20 साल में मजदूरी का कार्य करते करते दिल्ली दिल्ली के चांद बाग इलाके में इतना भव्य घर और इतनी ज्यादा प्रॉपर्टी कैसे बनाई। क्या वह बांग्लादेशी आतंकवाद से उसके संबंध थे. जिस तरह निगम पार्षद ताहिर हुसैन ने ऊंचाइयां छुईं और जो जांच एजेंसी द्वारा निकलकर सामने आ रहा है. उससे ऐसा ही प्रतीत हो रहा है।
दिल्ली को सीरिया बनाने वाले आम आदमी पार्टी के चांद बाग इलाके से पार्षद ताहिर हुसैन क्या आतंकवादियों को पनाह देने का कार्य करता था
ताहिर हुसैन पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने आरोप लगाया है कि अंकित शर्मा इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारी उनकी मौत ताहिर हुसैन वह उसके अन्य साथी द्वारा इसलिए कर दी गई. क्योंकि वह ताहिर हुसैन के बांग्लादेशी आतंकवाद से संबंधों की जांच कर रहे थे। इसकी भनक ताहिर हुसैन को कहीं ना कहीं लग गई थी. उसी कारण ताहिर हुसैन ने एनआरसी पर दंगे भड़काने का काम किया। इसके साथ ही इंटेलिजेंस ब्यूरो के इस अधिकारी को मारने का काम भी किया है.
400 बार चाकू से हमला किया गया,जिससे उसके पेट की अंतरिया भी निकाल गयी
चांद बाग इलाके के इस पार्षद को बांग्लादेशी आतंकवादियों का आशीर्वाद मिला हुआ था. भाजपा के वरिष्ठ नेता के बयानों से तो यही लगता है कि की अंकित शर्मा को इसीलिए मारा गया. दिल्ली दंगों के नाम पर अंकित शर्मा की इतनी निर्मम तरीके से हत्या की गई कि उन पर 400 बार चाकू से हमला किया गया. जिससे उसके पेट की अंतरिया भी निकाल गयी। इस तरह का व्यवहार हमको आतंकवादी ग्रस्त देशों में देखने को मिलता है.
कट्टरता भारत की राजधानी दिल्ली में क्यों पनप रही
इतनी कट्टरता भारत की राजधानी दिल्ली में क्यों पनप रही है और साथ ही सुबरमणियम स्वामी का वह बयान की ताहिर हुसैन को बांग्लादेशी आतंकवादियों का आशीर्वाद था और ताहिर को मिले आशीर्वाद के कारण ही बहुत से लोग साथ में इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारी अंकित शर्मा भी की निर्मम हत्या कर दी गयी।
इंटेलिजेंस ब्यूरो के इस अधिकारी की इतनी निर्मम तरीके से हत्या की गई
इंटेलिजेंस ब्यूरो के इस अधिकारी की इतनी निर्मम तरीके से हत्या की गई कि पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर भी कहने लगे कि हमने आज तक इतनी निर्मम तरीके से किसी भी व्यक्ति का पोस्टमार्टम नहीं किया है.
शांतिपूर्ण धरने एक नाटक था. बल्कि के मन में भारत की राजधानी दिल्ली को जलाने की साजिश चल रहा थी
दिल्ली में जिस तरह एनआरसी को लेकर दंगा भड़काया और महिलाओं को आगे रखकर शांति पूर्ण धरने की बात कही गयी और फिर शान्ति पूर्ण धरने की आड़ में जिस तरह की तैयारी की गई थी। उससे यह जाहिर होता है कि इन शांतिपूर्ण धरने एक नाटक था. बल्कि के मन में भारत की राजधानी दिल्ली को जलाने की साजिश चल रहा थी।
मोदी विरोधी एनआरसी अन्य कोई मामले नहीं थे। यह पहले से ही पूरी प्लान कर लिया
सारी हालातों को देखकर यह लगता है कि इसमें मोदी विरोधी एनआरसी अन्य कोई मामले नहीं थे। यह पहले से ही पूरी प्लान कर लिया था। और इसका अंजाम यह हुआ. कि अब तक दंगे में 42 लोगों के मारे जा चुके है।
42 लोगों की मौत के गुनहगार कौन अपराधी
इन दंगों में इन 42 लोगों की मौत के गुनहगार कौन अपराधी है. यह दिल्ली पुलिस जांच कर रही है अंकित शर्मा को जिस निर्मम तरीके से मारा गया और भाजपा के वरिष्ठ नेता के अनुसार ताहिर हुसैन को बांग्लादेश आतंकवाद से संबंध थे. तो यह भी जांच दिल्ली पुलिस कर रही है.