ऐसी बानगी आज देखने को मिली को अवर अभियंता को अपने गैंग के साथ 8,10 रस्सी ले जाकर नमामि गंगे की प्रस्तावित गंगा यात्रा में प्रतिभागी आ रहे मुख़्यमंत्री सुरक्षा हेतु उपस्थित रहने के लिए कहा है। साथ ही यह कहा है कि उक्त अवर अभियंता अपने गैंग के साथ सड़क पर घूम रहे आवारा पशुओं को कार्यक्रम स्थल तक ने आने दे. अगर आए तो उनको बांध कर रखें ताकि मुख्यमंत्री के आगमन में व्यवधान उत्पन्न ना हो .
यूपी सरकार की मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत सिद्धार्थनगर में 20 महिला शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी. यह ड्यूटी उत्तर प्रदेश सरकार कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत सिद्धार्थनगर में होने वाले आयोजन में शादी में आने वाली दुल्हन को मेकअप करने के लिए लगाई गई थी. इसके लिए बाकायदा एक पत्र जारी हुआ था. इस आदेश में यह कहा जाता कि सिद्धार्थनगर में होने वाले मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में आने वाली दुल्हन का मेकअप यह 20 महिला शिक्षिका पूर्ण करेगी और इनको 28 जनवरी को सामूहिक विवाह कार्यक्रम में सुबह पहुंचना है। इस समारोह में 184 दुल्हनों को सजाने की जिम्मेदारी दी गई थी. भनक लगते ही बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ सूर्यकांत त्रिपाठी ने यह आदेश निरस्त कर दिया। और एबीएसए को सस्पेंड कर दिया।
इस तरह के आदेश प्रदेश सरकार की नीति पर कहीं ना कहीं सवालिया निशान खड़ा करते हैं.ऐसे आदेश मौखिक न होकर आदेश पत्र जारी हो रहे हे। कही न कही उत्तरप्रदेश के अधिकारी प्रदेश सरकार की छवि धूमिल कर रहे है
With thanks & Regards,naresh tomar