Naresh Tomar—- ईरान और अमेरिका की मौजूद परिस्थिति में भारत बहुत चिंतित है .भारत के लिए जितना हम इरान है उतना ही अहम अमेरिका भी है. दोनों देशों के बीच अगर जंग हुई तो कहीं ना कहीं इसका खामियाजा भारत को भी भुगतना पड़ेगा .इसको देखते हुए भारत लगातार अमेरिका और ईरान के बीच तनाव कम करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. इसमें भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर अभी हालात पर नजर बनाए हुए हैं .
जिस तरह अमेरिका ने ड्रोन से हमला कर ईरान के सैन्य अधिकारी कुमार गिरा था उसके बाद लगातार दोनों देशों के बीच में रिश्ते खराब हो गए है. अगर अमेरिका और ईरान के रिश्ते इसी तरह जारी रहे तो या फिर इन दोनों दोनों देशों के बीच में जंग हो जाती है. तो इसमें भारत को दोहरा झटका लगेगा
अगर दोनों देशों के बीच में जंग होती है तो भारत के जो लोग में रहते हैं जिनमें ओमान यूएई इराक संयुक्त अरब अमीरात बहरीन कतर कुवैत अगर अकेले ईरान की बात करें तो 4000 भारतीय इस देश में निवास करते हैं अगर खाड़ी देशों के सभी देशों की बात करें तो इसमें एशियाई देशों के लगभग 8 लाख लोग निवास करते है.जो रोजगार की तलाश में गए हुए हैं ऐसे में अगर दोनों देशों के बीच में जंग होती है.अमरीका से व्यपार पर असर पड़ेगा वही ईरान और खाड़ी देशो से कच्चे तेल के आयात पर तो प्रभाव पड़ेगा वह से आने वाले मेवे और अन्य सामान पर प्रभाव पड़ेगा । सबसे बड़ी चुनौती जो प्रवासी इन खाड़ी देशो में बसे है उनको वहां से सुरक्षित निकलना है।