नरेश तोमर। 60 किलोमीटर दूर एक थाने में ट्रांसफर होने से नाराज एक दरोगा ने पुलिस लाइन से ही उस थाने में डयूटी ज्वाइन करने के लिए दौड़ लगा दी जहां उसका ट्रांसफर किया गया था। दौड़ते समय रास्ते में यह दरोगा जी बेहोश होकर गिर पड़े। वहां मौजूद लोगों ने दरोगा को उठाकर चारपाई पर लिटाया और एम्बुलेंस को फोन से सूचना देकर मौके पर बुलाया। दरोगा की इस हरकत का अधिकारियों ने संज्ञान लेते हुुए डयूटी में लापरवाही बरतने के आरोप निलंबित कर दिया।
यह पूरा मामला इटावा जिले का है। यहां तैनात दरोगा विजयप्रताप का ट्रांसफर 60 किलोमीटर स्थित बिठौली थाने में किया गया। दारोगा विजय प्रताप ने आरआई के सामने अपनी नाराजगी व्यक्त की। जिसके बाद यह दरोगा पुलिस लाइन से ही पैदल दौड़ लगाता हुआ 60 किलोमीटर दूर स्थित बिठौली थाने के लिए डयूटी ज्वाइन करने के लिए निकल पड़ा। दरोगा का आरोप था कि पुलिस लाइन के आरआई द्वारा जबरन पुलिस लाइन से बिठौली थाने में उसकी तैनाती कर दी गई। दौड़ते हुए जब यह दरोगा चकरनगर क्षेत्र के हनुमन्तपुरा के पास पहुंचे तो वह बेहोश होकर गिरे पड़े। ग्रामीणों ने उठाकर उन्हें चारपाई पर लिटाया और 108 को सूचना दी।
इटावा पुलिस के इस दरोगा विजय प्रताप की आरआई से नाराजगी के चलते दौड़ कर 60 किमी थाने में ड्यूटी जॉइन करने की खबर प्रसारित होने के बाद दरोगा विजय प्रताप को किया निलंबित कर दिया गया।