नरेश तोमर, चंद रूपये टोल के बचाने के लिए लोग संपर्क रास्तों से निकलने का प्रयास करते हैं और इस चक्कर में अपनी गाड़ी को टूटे फूटे रास्तों के चलते तुड़वा बैठते हैं। ऐसे मामले रोज नेशनल हाइवे संख्या 58 पर सिवाया टोल प्लाजा से बचने के लिए देखने को मिलते हैं।
शुक्रवार को मुजफ्फरनगर निवासी एक व्यक्ति अपनी पत्नी के साथ कार से मेरठ जा रहा था। सिवाया टोल प्लाजा पर टोल टैक्स के 85 रूपये बचाने के लिए उसने अपनी कार भराला सिवाया मार्ग से मेरठ की ओर मोड़ दी। इस मार्ग पर रजवाहे की पुलिया पार करने के चक्कर में उसने अपनी कार एक गडढ़े में फंसा दी। जिससे उसकी कार न केवल क्षतिग्रस्त हुई बल्कि उसे नुकसान भी हुआ। बताया जा रहा है कि यह नजारा यहां रोज देखने को मिलता है, लोगों से कहा भी जा रहा है लेकिन टोल बचाने के लिए लोग अपने वाहनों को क्षतिग्रस्त कर रहे हैं, 85 रूपये का टोल बचाने का लालच उन्हें भारी पड़ रहा है। गाड़ी ठीक कराने के लिए उन्हें हजारों रूपये खर्च करने पड़ रहे हैं। सिवाया टोल प्लाजा के सुरक्षा प्रभारी मनिंदर विहान ने बताया कि टोल बचाने के लिए लोग संपर्क मार्ग से जाते हैं और टोल से अधिक नुकसान कर लेते हैं। लोग समझाने के बाद भी नहीं मानते। भारी वाहनों के संपर्क मार्गों पर चलने से वह टूट गए हैं जिस कारण स्थानीय ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।