बलिया। उत्तर प्रदेश के बलिया के बैरिया में अयोध्या स्थित सैकड़ों वर्ष से विवादित राममंदिर का फैसला आने पर हिन्दू व मुश्लिम दोनों समुदायों ने स्वागत किया है। बैरिया विधानसभा के विधायक सुरेन्द्र सिंह ने कहा सर्वोच्च न्यायालय का फैसला हृदय से स्वागत करने योग्य है,फैसला से राममंदिर बनने का रास्ता साफ हुआ है,वही मुश्लिम पक्ष को भी न्यायालय ने जमीन उपलब्ध कराने का आदेश दिया है,ऐसे में देश में आपसी भाईचारा व सौहार्द बना रहेगा।
वही सुरेमनपुर पुरानी रेलवे स्टेशन के प्रांगण में स्थापित सीता राम बाटिका के संत शिरोमणि रामबालक बाबा ने कहा सदियों से सब जानते है कि भगवान राम अयोध्या में जन्म लिए ऐसे में बिना वजह विवाद होता रहा।आखिर सिद्ध हो ही गया कि वहां मस्जिद से पहले भगवान राम का मंदिर विराजमान था,जो भी हो सैकड़ो वर्ष बाद सर्वोच्च न्यायालय ने ऐतिहासिक फैसला देकर हजारों साधु संतों के साथ न्याय किया है। कस्बा स्थित जमा मस्जिद के मौलाना जमाल अख्तर ने कहा सर्वोच्च न्यायालय का फैसला है इसलिए सबको सम्मान करना चाहिए,सर्वोच्च न्यायालय हिन्दू व मुश्लिम दोनों के पक्ष में ऐतिहासिक फैसला दिया है,हम तहे दिल से सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का सम्मान करते है।