लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में मिलकर लड़ने पर सपा और बसपा में सहमति बन गई है । सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश की 35 सीटों पर और बसपा 36 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है । यह मुलाकात दिल्ली में मायावती के आवास पर हुई । बैठक के दौरान सपा और बसपा सुप्रीमो के बीच गठबंधन पर मुहर लगाने के साथ ही सीटों की संख्या को भी मंजूरी दे दी । दो सीटें राष्ट्रीय लोकदल के लिए (संभावित रूप से अजीत सिंह और जयंत चौधरी) के लिए छोड़ी जाएगी । 4 सीटें रिज़र्व रखने पर सहमति बनी है ।
वहीं अमेठी और रायबरेली में गठबंधन कोई उम्मीदवार नहीं उतारेगा । बता दें कि अमेठी से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सांसद हैं और रायबरेली से यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी सांसद हैं । 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस यूपी में सिर्फ यह 2 सीट ही जीतने में कामयाब रही थी. माना जा रहा है कि सपा-बसपा के साथ रालोद का जुड़ना तय है । हालांकि कांग्रेस पर संशय बना हुआ है । जानकारी के अनुसार, कांग्रेस सीटें बढ़ाने की मांग कर रही है लेकिन दोनों दल इस पर राजी नहीं है । मायावती कांग्रेस को ज्यादा भाव नहीं दे रही हैं । मध्य प्रदेश में भी बसपा ने अकेले लड़ने का ऐलान कर दिया है।
सूत्रों ने बताया कि मायावती का 15 जनवरी को जन्मदिन है। उसी दिन मायावती लखनऊ व दिल्ली में बैठेंगी, संभावना है कि प्रत्याशियों के नाम तय हो जाएंगे। गौतमबुद्धनगर से चुनाव लड़ने के लिए करीब 8 लोग पार्टी से टिकट मांग चुके हैं।