राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् का सामूहिक गान बंद करके चारों तरफ से घिरी मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार ने यू-टर्न ले लिया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ऐलान किया है कि अब से पुलिस बैंड के साथ वंदे मातरम् का गान होगा। आपको बता दें, सामूहिक वंदे मातरम् गान का आयोजन सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा किया जाता है। वर्तमान में यह विभाग मुख्यमंत्री कमलनाथ के पास है।
इस मामले के तूल पकड़ने बाद कमलनाथ को सफाई देनी पड़ी। उन्होंने कहा, ‘हमारी भी धर्म, राष्ट्रीयता, देशभक्ति में आस्था है। कांग्रेस पार्टी, जिसने देश की आजादी की लड़ाई लड़ी, उसे देशभक्ति राष्ट्रीयता के लिए किसी से भी प्रमाणपत्र की आवश्यकता नहीं है। भाजपा इस पर राजनीति न करे, इसे (वंदे मातरम् गायन) नए रूप में लागू करेंगे।
इससे पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ को विपक्षी दलों की आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, भाजपा ने कहा, कमलनाथ सरकार के इस कदम से साफ हो गया है कि वोट बैंक की राजनीति के चलते कांग्रेस और कमलनाथ भारत के टुकड़े-टुकड़े करने के नारे लगाने वाले गैंग को राजनीतिक संरक्षण प्रदान करेंगे, साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने एक ट्वीट में लिखा, ‘मैं और भाजपा के समस्त विधायक विधानसभा सत्र के पहले दिन 7 जनवरी को सुबह 10 बजे वल्लभ भवन के प्रांगण में वंदे मातरम् का गान करें।