अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत को एक और बड़ी कामयाबी मिली है. भारत का सबसे भारी उपग्रह (5854 किलोग्राम) जीसैट-11 बुधवार तड़के दक्षिण अमेरिका के फ्रेंच गुयाना से सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया। आपको बता दें कि इसरो का यह अब तक का सबसे ज्यादा वजनी सैटेलाइट है जिसका वजन 5,845 किलोग्राम है. भारतीय समयानुसार देर रात 2.07 AM और 3.23 AM के बीच इस सैटेलाइट को लॉन्च किया गया. इस उपग्रह से इंटरनेट की रफ्तार बढ़ाने में मदद मिलेगी। यह 16 गीगाबाइट प्रति सेकंड की रफ्तार से डेटा भेज सकता है। इसे भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने तैयार किया है। गौरतलब है कि ISRO GSAT-19 और GSAT-29 सैटेलाइट्स को पहले ही लॉन्च कर चुका है. इनके अलावा GSAT-20 को अगले साल लॉन्च किया जाना है।
सैटेलाइट की खास बातें और फायदा:
1- इस सैटेलाइट को इंटरनेट कनेक्टिविटी के लिए गेम चेंजर कहा जा रहा है। इस सैटेलाइट के काम शुरू करने के बाद देश में इंटरनेट स्पीड में क्रांति आ जाएगी। GSAT-11 के जरिए हर सेकंड 100 गीगाबाइट से ऊपर की ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी मिलेगी।
2- GSAT-11 में 40 ट्रांसपोर्डर कू-बैंड और का-बैंड फ्रीक्वेंसी में है। इसकी सहायता से हाई बैंडविथ कनेक्टिविटी 14 गिगबाइट/सेकेंड डेटा ट्रांसफर स्पीड संभव है।