प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13वें जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में हैं।चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल से भी मुलाकात करेंगे। सम्मेलन के अलावा मोदी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ त्रिपक्षीय बैठक करेंगे।
Excellent meeting with Mr. @antonioguterres, @UN Secretary-General.
There were wide-ranging deliberations on various global issues.
We talked about mitigating climate change and India’s efforts in this regard through initiatives like the International Solar Alliance. pic.twitter.com/NIQZS671gI
— Narendra Modi (@narendramodi) 30 November 2018
इस दौरान उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम को ‘शांति के लिए योग’ का नाम दिया गया है।मुझे लगता है कि इस कार्यक्रम के लिए इससे बेहतर नाम हो ही नहीं सकता। चूंकि योग हमें बेहतर मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य प्राप्त करने में मदद करता है और हमारे दिमाग और शरीर को शांत रखने की ताकत देता है। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल विमान में तकनीकी खराबी के चलते जी-20 शिखर सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं ले सकीं। काफी देर तक तक हवा में रहने के बाद उनके विमान की जर्मनी के कोलोन शहर में इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी।
The ‘Yoga For Peace’ programme in Buenos Aires was special.
Glad to see the immense popularity of Yoga among the people, especially the youth, of Argentina.
Talked about how Yoga is a means to wellness and brings societies together. pic.twitter.com/s4tLkrDY6r
— Narendra Modi (@narendramodi) 30 November 2018
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतारेस के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। मोदी ने ‘योगा फॉर पीस’ कार्यक्रम में कहा कि जब इंसान के दिमाग में शांति होगी, तभी परिवार, समाज, देश और दुनिया में शांति होगी। उन्होंने कहा कि योग दुनिया को स्वास्थ्य और शांति के लिए भारत का दिया एक तोहफा है।