You are here
Home > breaking news > गला सूजने के बाद दम घुटने से एक ही गाँव में चार बच्चों की मौत

गला सूजने के बाद दम घुटने से एक ही गाँव में चार बच्चों की मौत

गला सूजने के बाद दम घुटने से एक ही गाँव में चार बच्चों की मौत

Share This:

योगी सरकार भले ही बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के बड़े बड़े दावे करती नजर आती हो लेकिन हकीकत कुछ और ही बयाँ कर रही है| स्वास्थ्य महकमा योगी सरकार की फजीहत कराने में कोई कोर कसर छोड़ता नजर नहीं आ रहा है| यूपी के बदायूं में स्वास्थ विभाग की लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है स्वास्थ विभाग की लापरवाही के चलते 20 दिनों में एक ही गाँव के चार मासूमों की मौत का मामला सामने आया है | जिले के सहसवान विकास खंड क्षेत्र के गाँव कूबरी के मासूमों को एक ऐसी अनजान बीमारी ने अपने चपेट में ले लिया है जिससे हर कोई सकते में है| आपको बता दें कि बदायूं के कूबरी गाँव में पिछले 20 दिनों से अब तक चार बच्चों की मौत हो चुकी है लेकिन स्वास्थ विभाग ने सूचना के बाद मात्र  एक ही दिन गाँव पहुँच खाना पूर्ति कर दी और उसके बाद फिर कोई सुध लेना आवश्यक नहीं समझा| जिसके परिणाम स्वरुप एक नहीं दो नहीं बल्कि चार चार मासूमों को अपनी जान गंवानी पड़ी लेकिन स्वास्थ विभाग के कान में जूं तक नहीं रेंगी|

आपको बता दें कि चार बच्चों की मौत के बाबजूद स्वास्थ विभाग की कुंभकर्णी नींद नहीं खुली तो मंगलवार को ग्रामीणों ने गाँव के प्राथमिक स्कूल में तालाबंदी कर दी तब कहीं जाकर स्वास्थ महकमा हरकत में आया और बुधवार को गाँव में जाकर कैंप लगाकर टीकाकरण कराया एवं दवाईयां वितरण की गयी|आपको बता दें की जिस तरह से बच्चों की मौत हो रहीं हैं, ऐसी बीमारियाँ बहुत कम ही देखने को मिलती हैं अभी तक जिन बच्चों की मौत हुई है ऐसा माना जा रहा है कि  अचानक गर्दन सूजने के बाद दम घुटने की वजह से ही बच्चों की मौत हुई है|

वहीँ बीमारी से ग्रसित गाँव सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के दावे की पोल भी पूरी तरह से खोलता नजर आ रहा है, हमारी टीम ने जब गाँव की गलियों में जाकर देखा तो सभी नालियाँ चोक पड़ी हुई थीं और गाँव में अन्दर ही कूड़े के ढेर भी पड़े नजर आ रहे थे इससे साफ़ जाहिर होता कि गाँव में फैली गंदगी भी कहीं न कहीं इन सब बीमारियों की वजह हो सकती है|आपको बता दें कि वहीँ स्वास्थ विभाग इस बीमारी की वजह ग्रामीणों द्वारा बच्चों के टीकाकरण न कराये जाना बता रहा है वहीँ जब हमारी टीम ने इस सम्बन्ध में इस गाँव के प्रधान से बातचीत की तो उन्होंने कहा की गाँव में स्वास्थ विभाग की तरफ से कोई टीकाकरण कराया ही नहीं जाता है एक एएनम कभी कभार आकर खानापूर्ति कर वापिस लौट जाती थीं|

 

 ABDHESH MISHRA- BUDAUN

Leave a Reply

Top